विटामिन डी की कमी से शरीर पर दिखाई देने लगते हैं ये लक्षण, इन फू़ड आइटम्स को डाइट में करें शामिल
विटामिन डी की कमी के कारण हड्डियों में दर्द, खास तौर पर रीढ़, श्रोणि और पैर की हड्डियों में दर्द की शिकायत होती है. साथ ही साथ मांसपेशियों में कमजोरी, खास तौर पर ऊपरी बांहों या जांघों में मांसपेशियों में ऐंठन सहित मांसपेशियों में दर्द के साथ थकान होने लगती है.
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View In Appहाथों या पैरों में झुनझुनी, पिन-एंड-नीडल्स सनसनी. कूल्हों या पैरों में मांसपेशियों की कमजोरी के कारण चलते समय डगमगाना. झुकी हुई टांगें, जो गंभीर कमी का संकेत हो सकती हैं.
हड्डियों की विकृति, जैसे असामान्य हड्डी का विकास, स्कोलियोसिस, टेढ़े-मेढ़े पैर या घुटने टेकना.टूटी हुई हड्डियों या फ्रैक्चर का इतिहास जो पुरानी विटामिन डी की कमी के कारण हो सकता है.
बच्चों में विटामिन डी की कमी से चिड़चिड़ापन, सुस्ती, विकास में देरी और हड्डियों में बदलाव भी हो सकता है. शिशुओं में मांसपेशियों में ऐंठन (टेटनी) रिकेट्स का पहला संकेत हो सकता है.
विटामिन डी की कमी वाले अधिकांश लोगों को कोई लक्षण नज़र नहीं आते. कुछ कारक जो विटामिन डी की कमी के आपके जोखिम को बढ़ा सकते हैं. उनमें शामिल हैं त्वचा का काला होना किडनी या लीवर की बीमारी ऐसी स्थितियां जो विटामिन डी को अवशोषित करने की आपकी क्षमता को प्रभावित करती हैं
क्रोहन रोग, सिस्टिक फाइब्रोसिस और सीलिएक रोग कुछ दवाएं लेना, जैसे जुलाब, कोलेस्टिरमाइन, कोलस्टिपोल, प्रेडनिसोन, फेनोबार्बिटल, फ़िनाइटोइन, रिफ़ैम्पिन और ऑर्लिस्टैट
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