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पॉल्यूशन में कब बाहर निकलें और कब नहीं? दिल्ली पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने बता दी एक-एक बात
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) के पास प्रदूषण के दौरान कब बाहर जाना है. इस बारे में कोई नियम नहीं है, लेकिन यहां दिल्ली में वायु गुणवत्ता के बारे में कुछ जानकारी दी गई है.
![दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) के पास प्रदूषण के दौरान कब बाहर जाना है. इस बारे में कोई नियम नहीं है, लेकिन यहां दिल्ली में वायु गुणवत्ता के बारे में कुछ जानकारी दी गई है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/11/06/47d10f4e903ad4bdf5c414c858ea4db61730900334200593_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता चिंता का विषय बनी हुई है क्योंकि दिवाली के एक दिन बाद भी यह ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी हुई है.SAFAR-India के आंकड़ों के अनुसार सुबह के 10:30 बजे दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 362 दर्ज किया गया
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![केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा प्रकाशित राष्ट्रीय एक्यूआई के प्रति घंटे अपडेट प्रदान करने वाले समीर ऐप के अनुसार, रात 9 बजे दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 327 दर्ज किया गया, जिसमें अलीपुर, आनंद विहार, अशोक विहार, आया नगर, बवाना, बुराड़ी, मथुरा रोड, आईजीआई एयरपोर्ट, द्वारका, जहांगीरपुरी, मुंडका, नरेला, पटपड़गंज, रोहिणी, शादीपुर, सोनिया विहार, वजीरपुर, मंदिर मार्ग, नेहरू नगर, नजफगढ़ और अन्य मौसम निगरानी स्टेशनों पर वायु गुणवत्ता](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/11/06/b44e568bd9e59fb87ffdb112fcd3dae432847.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा प्रकाशित राष्ट्रीय एक्यूआई के प्रति घंटे अपडेट प्रदान करने वाले समीर ऐप के अनुसार, रात 9 बजे दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 327 दर्ज किया गया, जिसमें अलीपुर, आनंद विहार, अशोक विहार, आया नगर, बवाना, बुराड़ी, मथुरा रोड, आईजीआई एयरपोर्ट, द्वारका, जहांगीरपुरी, मुंडका, नरेला, पटपड़गंज, रोहिणी, शादीपुर, सोनिया विहार, वजीरपुर, मंदिर मार्ग, नेहरू नगर, नजफगढ़ और अन्य मौसम निगरानी स्टेशनों पर वायु गुणवत्ता "बहुत खराब" रही.
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![पिछले साल दिवाली पर राजधानी के लोगों ने साफ आसमान और भरपूर धूप का आनंद लिया था. सीपीसीबी के अनुसार, AQI 218 रहा, जबकि 2022 में यह 312, 2021 में 382, 2020 में 414, 2019 में 337, 2018 में 281, 2017 में 319 और 2016 में 431 रहा. शून्य से 50 के बीच AQI को](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/11/06/aecfc3d53f1563e75f1fed1cc07e483d3731c.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
पिछले साल दिवाली पर राजधानी के लोगों ने साफ आसमान और भरपूर धूप का आनंद लिया था. सीपीसीबी के अनुसार, AQI 218 रहा, जबकि 2022 में यह 312, 2021 में 382, 2020 में 414, 2019 में 337, 2018 में 281, 2017 में 319 और 2016 में 431 रहा. शून्य से 50 के बीच AQI को "अच्छा", 51 से 100 को "संतोषजनक", 101 से 200 को "मध्यम", 201 से 300 को "खराब", 301 से 400 को "बहुत खराब", 401 से 450 को "गंभीर" और 450 से ऊपर को "गंभीर प्लस" माना जाता है.
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![दिल्ली में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने में मदद के लिए, सरकार ने कई कदम उठाए हैं, जिनमें शामिल हैं: पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाना, बदरपुर बिजली संयंत्र को बंद करना और वायु गुणवत्ता प्रबंधन के लिए एक आयोग का गठन करना.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/11/06/e6f6ca203848cb2e6706f1694d1abb761ddbd.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
दिल्ली में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने में मदद के लिए, सरकार ने कई कदम उठाए हैं, जिनमें शामिल हैं: पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाना, बदरपुर बिजली संयंत्र को बंद करना और वायु गुणवत्ता प्रबंधन के लिए एक आयोग का गठन करना.
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![जहांगीरपुरी निगरानी स्टेशन ने 418 पर](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/11/06/febe4dbd9744a530c871272c4fc4dae1ebb9e.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
जहांगीरपुरी निगरानी स्टेशन ने 418 पर "गंभीर" एक्यूआई दर्ज किया. जबकि विवेक विहार का 407 और आनंद विहार का 402 था. सुबह 9 बजे, सोनिया विहार में एक्यूआई 398 पर "गंभीर" श्रेणी के करीब था. जबकि वजीरपुर में 396 दर्ज किया गया. बुरारी में एयर पॉल्यूशन के कारण एयर क्वालिटी पूरी तरह से खराब हो गई है.
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![केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, शाम 4 बजे, दिल्ली के इन इलाकों में वायु गुणवत्ता गंभीर दर्ज की गई: बवाना, बुराड़ी और जहांगीरपुरी.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/11/06/69a1e5211ac2cb8b78514086b8eaf1aacee0f.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, शाम 4 बजे, दिल्ली के इन इलाकों में वायु गुणवत्ता गंभीर दर्ज की गई: बवाना, बुराड़ी और जहांगीरपुरी.
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![खासकर अक्टूबर के महीनों के दौरान जब पंजाब और हरियाणा में फसलें जलाई जाती हैं. गीले कूलिंग टावर इनका उपयोग उद्योग और अन्य क्षेत्रों में गर्मी को खत्म करने के लिए किया जाता है, और वे कण पॉल्यूशन छोड़ते हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/11/06/5e4e106fd34d45f4b67de0b38a9ba46d0d9dd.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
खासकर अक्टूबर के महीनों के दौरान जब पंजाब और हरियाणा में फसलें जलाई जाती हैं. गीले कूलिंग टावर इनका उपयोग उद्योग और अन्य क्षेत्रों में गर्मी को खत्म करने के लिए किया जाता है, और वे कण पॉल्यूशन छोड़ते हैं.
Published at : 06 Nov 2024 07:24 PM (IST)
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