क्या दिवाली के पटाखों का शोर भी ले सकता है जान, यह सेहत के लिए कितना खतरनाक
सुनने की क्षमता कम होना: पटाखों से निकलने वाली तेज आवाजें सुनने की क्षमता को कम कर सकती हैं. खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए.पटाखों की शोर तनाव के स्तर को बढ़ा सकता है. शोर नींद में खलल डाल सकता है.शोर के कारण हाई बीपी भी बढ़ा सकता है.
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View In Appपटाखों की शोर से तेज आवाजें बुजुर्गों में दिल के दौरे का कारण बन सकती हैं. सिर्फ इतना ही नहीं. पटाखों से निकलने वाले धुएं को अंदर लेने से अस्थमा का दौरा पड़ने की संभावना बढ़ सकती है. शोर मानसिक दुर्बलता का कारण बन सकता है.
पटाखे वातावरण में जहरीली गैसें और महीन कण छोड़ते हैं, जो गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं.पटाखों के अवशेष मिट्टी और जल निकायों को दूषित कर सकते हैं, जिससे पौधे और पशु जीवन प्रभावित होते हैं.
पटाखे वातावरण में गर्मी और कार्बन डाइऑक्साइड बढ़ाते हैं, जो ग्लोबल वार्मिंग में योगदान देता है.पटाखा बाज़ार में एक छोटी सी चिंगारी बहुत बड़ा नुकसान और चोट पहुंचा सकती है.
शोर से जानवर डर सकते हैं, जिससे वे काँपने लगते हैं, लार टपकाने लगते हैं, चीखने लगते हैं या बहुत ज़्यादा भौंकने लगते हैं.
पटाखे का धुंआ और शोर जानवर और इंसान दोनों के लिए काफी ज्यादा खतरनाक है. इससे हेल्थ खराब हो सकती है.
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