Health Tips: हार्ट अटैक पड़ने के मिनट भर में कर लें यह उपाय
आजकल हार्ट अटैक (Heart Attack) एक आम बीमारी हो गई है. जिम, डांस, पार्टी, हंसते, गाते ऑफिस में बैठे लोगों को हार्ट अटैक पड़ रहे हैं. हार्ट अटैक को लेकर कई रिसर्च आए दिन सामने आते रहते हैं. रिसर्च में हार्ट अटैक के कारण, आखिर क्यों इसकी संख्या बढ़ रही है. हार्ट अटैक आने पर सीपीआर कब देना चाहिए आदि?
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View In Appहाल ही में एक रिसर्च सामने आई है कि हार्ट अटैक पड़ने के तुरंत बाद सीपीआर देना चाहिए. ऐसा करने से मरीज के बचने की संभावना बढ़ जाती है. वहीं अगर आप आधे घंटे या जितना भी लेट होंगे तो मरीज के बचने की संभावना घट कर 1 प्रतिशत हो जाएगी.
हार्ट अटैक आने के तुरंत बाद मरीज को सीपीआर देना चाहिए. सीपीआर का अर्थ है कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन. सीपीआर के जरिए आराम से मरीज की जान बचाई जा सकती है. यानि यह एक तरह का फर्स्ट एड है. मरीज को सीपीआर देने से ब्लड और ऑक्सीजन की सप्लाई पूरे शरीर में फिर से होने लगती है. अगर किसी मरीज की सांस रूक जाए तो बिना समय गवाएं उसे सीपीआर देना चाहिए. इससे उसकी जान बचाई जा सकती है.
बीएमजे में पब्लिश एक अमेरिकी रिसर्च के मुताबिक 'कार्डियक अरेस्ट' पड़ने के एक मिनट बाद अगर 'कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन' (सीपीआर) दे दी जाए. तो जिंदा रहने की संभावना 22 प्रतिशत बढ़ जाती है. वहीं अगर आप 39 मिनट के बाद सीपीआर देते हैं तो बचने के चांस 1 प्रतिशत से भी कम हो जाती है. बिना किसी बड़ी मस्तिष्क क्षति के अस्पताल छोड़ने की संभावना सीपीआर के एक मिनट के बाद 15% से घटकर 32 मिनट के बाद बिना दिल की धड़कन के 1% से भी कम हो जाती है. अस्पताल की टीमों, रोगियों और उनके परिवारों को यह निर्णय लेने में मार्गदर्शन करने में मदद कर सकते हैं कि पुनर्जीवन कितने समय तक जारी रखना है.
हार्ट अटैक पड़ने के तुरंत बाद व्यक्ति को जमीन पर लेटा दें. उसके बाद दोनों हाथों की हथेली को आपस में जोड़कर छाती पर जोर से दबाएं.मरीज की छाती को इतना दबाए कि अंदर तक धंस जाए. छाती को जोर से दबाने के बाद ब्लड और ऑक्सीजन का फ्लो शरीर में फैलने लगता है.
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