सर्दियों में रोज खाएं ये 4 मोटा अनाज, न लगेगी ठंड, न होंगे बीमार
सर्दियों में पहनने से लेकर खाने तक सबकुछ बदल जाता है. खुद को गर्म रखने के लिए लोग तरह-तरह के कपड़े पहनते हैं और हेल्दी खानपान करना शुरू कर देते हैं. मोटे अनाज भी सर्दियों में काफी फायदेमंद (Millets Benefits in Winter) माने जाते हैं. इनके सेवन से बीमारियां शरीर को छू भी नहीं पाती हैं.
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View In Appअगर आप ठंड के मौसम में खुद को चुस्त, दुरुस्त और बीमारियों से बचाना चाहते हैं तो अपनी डाइट में ये चार बेस्ट मोटे अनाज (Best Millet for Winters) को शामिल कर लें. जानें इनके नाम और फायदे.
ज्वार: ज्वार कई तरह के पोषक तत्वों से भरा होता है. इसमें विटामिन बी, मैग्रेशियम, फ्लेवोनॉइड, फेनोलिक एसिड और टैनेन जैसे तत्व पाए जाते हैं. विटामिन बी मेटाबॉलिज्म को बढ़ाकर बाल और त्वचा को फायदा पहुंचाता है. वहीं, मैग्नेशियम हड्डी और हार्ट हेल्थ को बेहतर बनाता है. इसमें पाया जाने वाला फाइबर आंत की सेहत के लिए अच्छा माना जाता है. यह ब्लड शुगर लेवल को मेंटन कर वजन कम करने में मददगार होता है.
जौ : जौ में फाइबर, प्रोटीन, थियामिन, राइबोफ्लेविन, नियासिन, विटामिन बी6, फोलेट, आयरन, मैग्नीशियम, जिंक और कॉपर भरपूर मात्रा में मिलते हैं. न्यूट्रिशनिस्ट का कहना है कि खाने से पहले जौ को कम से कम चार घंटे तक पानी में भिगोकर रखना चाहिए. इसके बाद इसका पुलाव, सलाद या अन्य कोई चीज बनाकर खा सकते हैं. जौ के आटे की रोटी भी फायदेमंद मानी जाती है.
रागी : रागी आयरन से भरपूर है. रागी बाजरा रेड ब्ल्ड सेल्स में हीमोग्लोबिन को बढ़ावा देता है. इसमें कैल्शियम और पोटेशियम की मात्रा भी अच्छी-खासी पाई जाती है. रागी के आटे की रोटी काफी लाभकारी मानी जाती है. हालांकि, रागी को पकाने से पहले कम से कम 8 घंटे तक पानी में भिगोकर रखना चाहिए. इससे प्रोटीन, कार्ब्स, डाइटरी फाइबर, कैल्शियम और पोटैशियम सही तरह से पोषण में शामिल हो पाता है.
सांवा: सांवा जिसे बार्नयार्ड मिलेट के नाम से भी जाना जाता है. इसका इस्तेमाल भी रागी की तरह 8 घंटे पानी में भिगोने के बाद करना ज्यादा फायदेमंद होता है. इससे डोसा, पुलाव या खिचड़ी बना सकते हैं. इसमें फाइबर, कैल्शियम, आयरन और कार्ब्स प्रचुर मात्रा में मिलता है
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