Yoga For PCOS : इन प्रभावी योगासन से कंट्रोल हो सकता है पीसीओएस
योग एक ऐसी चीज है जिससे आप तुरंत तो नहीं बल्कि लंबे समय के अभ्यास से स्वास्थ्य में सुधार लाता है. फिर चाहें वह समस्या पीरियड्स को रेगुलर करने की हो या फिर प्रजनन स्वास्थ्य में सुधार की.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In Appपाॅलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम एक ऐसी स्वास्थ्य स्थिति है, जिसमें महिलाओं में हार्मोन असंतुलित हो जाता है. इसके कारण महिलाओं में इनफर्टिलिटी की भी समस्या हो जाती है. आइए जानते हैं उन योगासनों के बारे में जो पीसीओएस को मैनेज करने में आपकी मदद कर सकते हैं.
बद्धकोणासन: बद्धकोणासन से पेल्विक एरिया में ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है, आराम मिलता है, तनाव कम होता है और प्रजनन अंगों को मदद मिलती है.
भारद्वाजासन: इस आसन को करने के लिए नियमित रूप से करने से पीठ के निचले हिस्से, गर्दन और कंधे की अकड़न और दर्द से छुटकारा मिलता है. इस आसन को करने से गर्भाशय की मांसपेशिया टोन होती हैं.
भुजंगासन: इस आसन को कोबरा भी कहते हैं. कोबरा मुद्रा पेट और पेल्विक ऐरिया पर हल्का दबाव डालती है और अंडाशय को उत्तेजित कर के पाचन में सुधार करती है और तनाव को कर के पीसीओडी के लक्षणों को दूर करने में मदद करती है.
बालासन: यह इस समस्या के लिए सबसे उपयोगी आसनों में से एक माना जाता है. क्योंकि यह नर्वस सिस्टम को शांत कर के आराम पहुंचाता है. यह पूरे बाॅडी में खून के प्रवाह को एक समान करते हुए पीठ के नीचले हिस्से में तनाव, मासिक धर्म में ऐंठन और पीएमएस के लक्षणों में सुधार करता है.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -