बच्चों में शिष्टाचार की नींव है ये 5 एटिकेट्स जरूर सिखाएं
धन्यवाद कहना - किसी की मदद या उपहार मिलने पर 'धन्यवाद' कहना बच्चों को सिखाएं. यह साधारण शब्द उनमें कृतज्ञता की भावना जगाता है. इससे वे समझेंगे कि दूसरों के प्रयासों की सराहना कैसे की जाती है. यह उन्हें विनम्र और सकारात्मक बनाएगा.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In Appमाफी मांगना - गलती हो जाने पर माफी मांगना बच्चों को जिम्मेदारी का पाठ पढ़ाता है. यह उन्हें सिखाता है कि हर गलती के पीछे उनकी अपनी भूमिका होती है और उसे स्वीकार करना उनकी बड़प्पन को दर्शाता है. माफी मांगने से रिश्तों में सद्भाव भी बढ़ता है.
सब्र रखना- बच्चों को धैर्य रखना और अपनी बारी के लिए इंतजार करने का महत्व समझाएं. यह उन्हें सिखाता है कि सब कुछ तुरंत नहीं मिलता. इससे वे सहिष्णुता और दूसरों के प्रति सम्मान की भावना विकसित करते हैं. यह एक अच्छे इंसान बनने की ओर एक कदम है.
नमस्ते कहना- बड़ों को 'नमस्ते' करके और मुस्कुराकर सम्मान देना सिखाना बच्चों में आदर की भावना जगाता हैं. यह उन्हें सिखाता है कि कैसे छोटी छोटी क्रियाओं से भी हम किसी का दिल जीत सकते हैं और आदर प्रकट कर सकते हैं.
साफ-सफाई रखना - अपनी चीजों को सही जगह पर रखना और साफ-सफाई रखने की आदत बच्चों में जिम्मेदारी की भावना और स्वच्छता के प्रति सजगता विकसित करती है.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -