Jaya Ekadashi 2023: जया एकादशी पर इस खास रूप में पूजे जाते हैं श्रीहरि, इस दिन ये 3 काम करने से दूर होगी आर्थिक तंगी
जया एकादशी के दिन भगवान विष्णु के उपेंद्र'' स्वरूप की पूजा की जाती है. यह विष्णु जी के पहले ऐसे अवतार थे जो बौने ब्राह्मण के रूप में प्रकट हुए थे.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In Appजया एकादशी के दिन स्नान के बाद विष्णु जी के समक्ष 16 बत्तियों वाला घी का दीपक लगाएं. अब भगवान विष्णु के उपेंद्र रूप का ध्यान करते हुए विष्णु चालीसा का पाठ करें. इससे पैसों की किल्लत से छुटकारा मिलता है.
जया एकादशी के दिन व्रत रखकर निशिता काल मुहूर्त में भगवान विष्णु के 24 अवतार का स्मरण करते हुए उन्हें एक-एक कर पीले रंग के फूल चढ़ाएं. अगले दिन इन्हें बहते पानी में प्रवाहित कर दें. मान्यता है इससे पिशाच योनि से मुक्ति मिलती है. शत्रु पराजित करे के वरदान मिलता है.
जया एकादशी को सुबह गंगाजल डालकर स्नान करें और तांबे के लौटे में गंगाजल, फूल, इत्र डालकर तुलसी को चढ़ाएं. शाम के वक्त शुद्ध घी का दीपक जालकर ऊँ वासुदेवाय नमः मंत्र का 108 बार जाप करें और तुलसी की 11 बार परिक्रमा करें. इससे घर में घन, सुख और शांति का आगमन होता है.
जया एकादशी 31 जनवरी 2023 सुबह 11:53 बजे से शुरू होगी. 1 फरवरी 2023 को दोपहर 02:01 बजे पर एकादशी तिथि का समापन होगा.
जया एकादशी व्रत का पारण 2 फरवरी 2023 को सुबह 07.12 - सुबह 09.24 तक किया जाएगा.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -