एक्सप्लोरर
Advertisement
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/Premium-ad-Icon.png)
Magh Purnima 2023: माघ पूर्णिमा पर पलाश के फूल से करें ये खास उपाय, मां लक्ष्मी की बरसेगी कृपा
Magh Purnima 2023: माघ पूर्णिमा 5 फरवरी 2023 को है. इस दिन रात्रि में पलाश के फूल से मां लक्ष्मी की पूजा, कुछ उपाय करने पर घर में महालक्ष्मी का वास होता है. आइए जानते हैं पलाश के फूल के उपाय
![Magh Purnima 2023: माघ पूर्णिमा 5 फरवरी 2023 को है. इस दिन रात्रि में पलाश के फूल से मां लक्ष्मी की पूजा, कुछ उपाय करने पर घर में महालक्ष्मी का वास होता है. आइए जानते हैं पलाश के फूल के उपाय](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/01/28/46dd5c20b3a5e3de57aaa3c054a47b511674885953137499_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
माघ पूर्णिमा 2023
1/6
![पलाश और पीपल दोनों में त्रिदेव ब्रह्मा, विष्णु और महेश का वास होता है. माघ पूर्णिमा के दिन पलाश और पीपल के पड़े की पूजा करने से इन तीनों का आशीर्वाद मिलता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/01/28/2b14c3fd7f93066993738d6475f6c9cdb7b92.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
पलाश और पीपल दोनों में त्रिदेव ब्रह्मा, विष्णु और महेश का वास होता है. माघ पूर्णिमा के दिन पलाश और पीपल के पड़े की पूजा करने से इन तीनों का आशीर्वाद मिलता है.
2/6
![पूर्णिमा के दिन भगवान सत्यनारायण की कथा की जाती है. कहते हैं कि माघ पूर्णिमा के दिन कथा के बाद पलाश की लकड़ियों से हवन करना चाहिए. इससे गृह दोष खत्म होता है और परिवार में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/01/28/d64c9938198f5159da393cc97a9437395ed77.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
पूर्णिमा के दिन भगवान सत्यनारायण की कथा की जाती है. कहते हैं कि माघ पूर्णिमा के दिन कथा के बाद पलाश की लकड़ियों से हवन करना चाहिए. इससे गृह दोष खत्म होता है और परिवार में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है.
3/6
![माघ पूर्णिमा के दिन मध्यरात्रि में मां लक्ष्मी के समक्ष एक पलाश का ताजा फूल और एकाक्षी नारियल रखें और फिर इन्हें अगले दिन सफेद कपड़े में बांधकर धन स्थान पर रख दें. ऐसा करने पर साधक को कभी धन की कमी नहीं होती.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/01/28/2eb3da4d78da9227e184be50cb7e812880e5e.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
माघ पूर्णिमा के दिन मध्यरात्रि में मां लक्ष्मी के समक्ष एक पलाश का ताजा फूल और एकाक्षी नारियल रखें और फिर इन्हें अगले दिन सफेद कपड़े में बांधकर धन स्थान पर रख दें. ऐसा करने पर साधक को कभी धन की कमी नहीं होती.
4/6
![माघ पूर्णिमा इस साल रविवार को है. कहते हैं कि जिन लोगों को गंभीर बीमारियों ने घेर रखा है वह रविवार के दिन शुभ मुहूर्त में पालश के पेड़ की जड़ घर लाएं और उसमें एक सूती धागा लपेटकर दाहिने हाथ पर बांध लें. मान्यता है इससे रोगों से मुक्ति मिलती है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/01/28/9e53cbea32dbe6459aea737aa7ba6ce365acf.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
माघ पूर्णिमा इस साल रविवार को है. कहते हैं कि जिन लोगों को गंभीर बीमारियों ने घेर रखा है वह रविवार के दिन शुभ मुहूर्त में पालश के पेड़ की जड़ घर लाएं और उसमें एक सूती धागा लपेटकर दाहिने हाथ पर बांध लें. मान्यता है इससे रोगों से मुक्ति मिलती है.
5/6
![वास्तु के अनुसार पलाश के फूल को तिजोरी में हल्दी की एक गांठ के साथ रखें. ये माता लक्ष्मी के आगमन का द्वार खोलेगा.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/01/28/67bfdf7c1a2da25bf7d5391e5d8b1ba17a2a3.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
वास्तु के अनुसार पलाश के फूल को तिजोरी में हल्दी की एक गांठ के साथ रखें. ये माता लक्ष्मी के आगमन का द्वार खोलेगा.
6/6
![अगर पलाश का पौधा घर की पूर्व या उत्तर दिशा में लगाया जाए तो इससे सदा सुख-समृद्धि बनी रहती है. परिवार को कभी आर्थिक संकट का सामना नहीं करना पड़ता.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/01/28/373e79c95831a03a92496c4114fad2ff09dc4.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
अगर पलाश का पौधा घर की पूर्व या उत्तर दिशा में लगाया जाए तो इससे सदा सुख-समृद्धि बनी रहती है. परिवार को कभी आर्थिक संकट का सामना नहीं करना पड़ता.
Published at : 28 Jan 2023 01:09 PM (IST)
और देखें
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
इंडिया
महाराष्ट्र
बॉलीवुड
क्रिकेट
Advertisement
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![डॉ. अमित सिंह, एसोसिएट प्रोफेसर](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/8c07163e9831617114971f5a698471b5.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)
डॉ. अमित सिंह, एसोसिएट प्रोफेसर
Opinion