Safalta Ki Kunji: लाभ और लोभ की भावना से नहीं मिलेगी सफलता, लक्ष्य बनाते समय इन बातों का रखें ध्यान
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लाभ और लोभ में न पड़े: सबसे पहले इस बात को समझना जरूरी है कि लाभ या लोभ के चक्कर में पड़कर आप कभी भी सही लक्ष्य नहीं बना पाएंगे. लाभ की इच्छा से हमेशा लक्ष्य का भटकाव होता है और लोभ आपको करीबियों से दूर कर सकता है.
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लक्ष्य के महत्व को समझें: लक्ष्य निर्धारित करने के लिए सबसे पहले लक्ष्य को समझें. ऐसा लक्ष्य तैयार करें जो आपको सफलता के लिए प्रेरित करे. इसलिए खुद से प्रश्न कीजिए कि, आप जो लक्ष्य बना रहे हैं वह क्यों जरूरी है और उसका क्या महत्व है.
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तुलना न करें: कभी भी लक्ष्य बनाने समय अपने परिजनों,रिश्तेदारों, पड़ोसियों या मित्रों को देखकर और उनसे तुलना करके लक्ष्य न बनाएं. आप अपने लक्ष्य को तभी हासिल कर पाएंगे जब आप स्वंय के आदर्शों और क्षमता के अनुसार लक्ष्य बनाएंगे.
निज लाभ के लिए न बनाएं लक्ष्य: कोई भी लक्ष्य ऐसा होना चाहिए जिससे स्वयं के साथ ही संसार का हित भी जुड़ा हो. अगर आप अपने लक्ष्य को निज लाभ तक सीमित रखेंगे तो आपका लक्ष्य कमजोर और एकांकी होगा.
धैर्य से लें काम: लक्ष्य बनाने में कभी भी जल्दबाजी न करें. बल्कि मन, बुद्धि और व्यवहार से जबतक लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाए, तबतक कोई लक्ष्य न बनाएं. साथ ही लक्ष्य पर अडिग रहने का संकल्प भी लें.
कैसा हो लक्ष्य: लक्ष्य ऐसा हो जिसमें पाने के साथ ही देने का भाव भी होना चाहिए. इसलिए लक्ष्य ऐसा बनाएं जिससे आपके परिवार, देशकाल और समाज का समन्वय भी हो
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