एक्सप्लोरर
Navratri Kanya Pujan: नवरात्रि में नौ कन्याओं की पूजा का होता है विशेष महत्व, जानें कन्या पूजन के बारे में
Navratri Kanya Pujan: नवरात्रि में कनया पूजन का विशेष महत्व है. हमें नौ कन्याओं को घर बुलाकर भेट देनी चाहिए और भोजन कराना चाहिए. इससे माता रानी की कृपा प्राप्त होती है और आशीर्वाद भी मिलता है.

नवरात्रि में 9 कन्याओं के पूजन का महत्व
1/6

नवरात्रि में आद्याशक्ति देवी दुर्गा के नौ रूपों की नौ दिन-नौ रात्रियों में पूजा, उपासना की अपनी विशेषता है, शुभ है, लाभ है तो नौ कन्याओं के पूजन का भी महत्व है.
2/6

इन्हें भी नौ देवियों के रूप का पूजन कर यथा सामथर्य दक्षिणा देकर देवी का आशीर्वाद प्राप्त करना होता है. यह सर्वविदित-सर्वमान्य सच है कि पूरे विश्व में भारत की धर्म तथा संस्कृति सर्वोत्तम मानी गई हैं विभिन्न धर्मों के साथ जुड़े कई पर्व भी हैं जिसे भारत के कोने-कोने में श्रद्धा भक्ति तथा धूमधाम से मनाया जाता है.
3/6

बसन्त की शुरूआत तथा शरद् ऋतु की शुरूआत, जलवायु, सूरज के प्रभावों का महत्वपूर्ण संगम माना जाता है. इन दो समय वासन्तिक तथा शारदीय नवरात्रों में देवी दुर्गा की पूजा के लिए पवित्र अवसर माने जाते हैं. त्यौहार की तिथियां चन्द्र कैलेंडर के अनुसार निर्धारित होती है. यह पूजा वैदिक युग से पहले प्रागैतिहासिक काल से है.
4/6

नवरात्रि एक महत्वपूर्ण प्रमुख त्यौहार है. इसके पहले दिन बालिकाओं की पूजा की जाती है. दूसरे दिन युवती की पूजा की जाती है. तीसरे दिन जो महिला परिपक्वता के चरण में पहुंच गई है, उसकी पूजा की जाती है. नवरात्रि के चौथे, पांचवे तथा छठे दिन लक्ष्मी, समृद्धि, शांति की देवी की पूजा करने के लिए समर्पित है.
5/6

आठवें दिन पर एक यज्ञ किया जाता है. नौवां दिन नवरात्रि समारोह का अंतिम दिन है. यह महानवमी के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन उन नौ जवान लड़कियों की पूजा होती है जो अभी तक यौवन की अवस्था तक नहीं पहुंची है. इन नौ लड़कियों को देवी दुर्गा के नौ रूपों का प्रतीक माना जाता है.
6/6

नवरात्रि में नौ कन्याओं की विशेष पूजा का महत्व है. एक ओर देवी दुर्गा के रूप में 2-10 वर्ष की कन्याओं का पूजन करने का विधान है. दो वर्ष की कन्या को कुमारी, तीन वर्ष की कन्या को त्रिमूर्ति, चार वर्ष की कन्या को कल्याणी, पांच वर्ष की कन्या को रोहिणी, छह वर्ष की कन्या को कालिका, सात वर्ष की कन्या को शाम्भवी तथा आठ वर्ष की कन्या को सुभद्रा कहा गया है दूसरी ओर नौ कन्याओं को मां के नौ रूप शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कन्दमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी तथा माता सिद्धिदात्री जानकर उनकी पूजा करने से मां दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है.
Published at : 29 Mar 2023 11:40 AM (IST)
और देखें
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
इंडिया
विश्व
राजस्थान
बॉलीवुड
Advertisement


मनीष शर्मा, Associate Director, NTT Data
Opinion