Sun Temple: साल 2023 के पहले दिन इन 6 प्रसिद्ध सूर्य मंदिर में करें दर्शन, मिलेगा सूर्य देव का विशेष वरदान
कोणार्क, ओडिशा - 13वीं शताब्दी का ये सूर्य मंदिर विश्व प्रसिद्ध है. ये सूर्य देव के रथ को दर्शाता है. इस रथ के 7 घोड़े 7 दिन के प्रतीक हैं और 12 जोड़ी पहिए दिन के 24 घंटों को दर्शाते हैं. वहीं इस रथ आकार के मंदिर में 8 ताड़ियां भी हैं जो दिन के 8 प्रहर का प्रतीक है.
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View In Appकुशीनगर, उ.प्र - कहते हैं कुशीनगर तुर्कपट्टी स्थित इस सूर्यमंदिर में मौजूद प्रतिमा गुप्तकालीन है. मान्यता है ये नीलम धातु से निर्मित है.इतिहासकार इस प्रतिमा को बेशकीमती बताते हैं.
उन्नाव, म.प्र - इस मंदिर को उन्नाव-बालाजी सूर्य मंदिर भी कहा जाता है. मंदिर की खासियत है कि यहां घी के 9 कुए बने हैं. मान्यता है कि मंदिर के पास ही पहूज नदी में स्नान करने के बाद सूर्य देव की प्रतिमा पर जल चढ़ाने से त्वचा रोग से छुटकारा मिल जाता है.
मोढेरा, गुजरात - सूर्यदेव का ये प्रसिद्ध मंदिर शिल्प का बेहतरीन नमूना माना जाता है. खास बात ये है कि इस मंदिर का सभामंडप 52 स्तंभों पर खड़ा है और ये 52 स्तंभ वर्ष के 52 सप्ताह को प्रदर्शित करते हैं. ईरानी शैली में बने इस मंदिर को सोलंकी वंश के राजा भीमदेव प्रथम ने 1026 ई. में बनवाया था.
देवार्क, औरंगाबाद (बिहार) - इसे देव सूर्य मंदिर के नाम से भी जाना जाता है. देश भर में देव सूर्य मंदिर ही एक मात्र ऐसा सूर्य मंदिर है जिसका मुख्य द्वार पूर्व की बजाय पश्चिम की ओर खुलता है.
मार्तंड सूर्य मंदिर, कश्मीर - कश्मीर के महान राजा ललितादित्य मुक्तिपीड ने इस मंदिर की स्थापना की थी. पहले ये मंदिर सूर्य उपासकों के लिए आस्था का केंद्र हुआ करता था लेकिन कहा जाता हैमुगल आक्रमणकारियों ने इसे कई बार नुकसान पहुंचाया इसलि अब ये ठीक अवस्था में नहीं है.
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