एक्सप्लोरर
Padmini Ekdashi 2023: पद्मिनी एकादशी व्रत के पारण में रखें इन 5 बातों का ध्यान, होगी मोक्ष की प्राप्ति
Padmini Ekdashi 2023: 3 साल बाद अधिकमास की पद्मिनी एकादशी आई है. इस व्रत का पूर्ण फल तभी मिलता है जब व्रत का पारण सही मुहूर्त और नियमों को ध्यान में रखकर किया जाए.
![Padmini Ekdashi 2023: 3 साल बाद अधिकमास की पद्मिनी एकादशी आई है. इस व्रत का पूर्ण फल तभी मिलता है जब व्रत का पारण सही मुहूर्त और नियमों को ध्यान में रखकर किया जाए.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/07/18/db4e4530d25b3c29275553444e6d7e0f1689683976049499_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
पद्मिनी एकादशी 2023
1/5
![पद्मिनी एकादशी व्रत का पूर्ण फल पाने के लिए द्वादशी तिथि पर शुभ मुहूर्त में व्रत पारण कर लें. एकादशी के व्रत को समाप्त करने को पारण कहते हैं. एकादशी व्रत के अगले दिन सूर्योदय के बाद पारण किया जाता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/07/29/99cab2b1330d9ded2499d75a831fab6e7af05.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
पद्मिनी एकादशी व्रत का पूर्ण फल पाने के लिए द्वादशी तिथि पर शुभ मुहूर्त में व्रत पारण कर लें. एकादशी के व्रत को समाप्त करने को पारण कहते हैं. एकादशी व्रत के अगले दिन सूर्योदय के बाद पारण किया जाता है.
2/5
![पद्मिनी एकादशी व्रत का पारण 30 जुलाई 2023 को सुबह 05.41 से सुबह 08.24 तक किया जाएगा. द्वादशी तिथि समाप्त होने से पहले एकादशी व्रत का पारण कर लेना चाहिए.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/07/29/c3a195dd3b2426b85b4e84310819ef63cb121.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
पद्मिनी एकादशी व्रत का पारण 30 जुलाई 2023 को सुबह 05.41 से सुबह 08.24 तक किया जाएगा. द्वादशी तिथि समाप्त होने से पहले एकादशी व्रत का पारण कर लेना चाहिए.
3/5
![पद्मिनी एकादशी व्रत खोलने से पहले विधि विधान से विष्णु जी की पूजा करें, ब्राह्मण को दान दें और तुलसी में जल चढ़ाएं और फिर अन्न ग्रहण करें.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/07/29/0d2956daf3a631b16cdee0e9a247ba6293770.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
पद्मिनी एकादशी व्रत खोलने से पहले विधि विधान से विष्णु जी की पूजा करें, ब्राह्मण को दान दें और तुलसी में जल चढ़ाएं और फिर अन्न ग्रहण करें.
4/5
![एकादशी व्रत के पारण में गाय के घी से बने भोजन का सेवन करना चाहिए. इसके लिए पहले तुलसी दल को मुंह में रखें, विष्णु जी को चढ़ाया प्रसाद खाएं और फिर अनाज ग्रहण करें.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/07/29/0001625f62303fcf4dfe9e2b89625a0171866.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
एकादशी व्रत के पारण में गाय के घी से बने भोजन का सेवन करना चाहिए. इसके लिए पहले तुलसी दल को मुंह में रखें, विष्णु जी को चढ़ाया प्रसाद खाएं और फिर अनाज ग्रहण करें.
5/5
![पद्मिनी एकादशी का व्रत खोलते समय तामसिक भोजन, लहसून-प्याज से युक्त भोजन, बैंगन, मूली, कंद आदि ग्रहण न करें. इस दिन चावल जरुर खाना चाहिए. इससे कुयोनि में जन्म नहीं मिलता.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/07/29/caf206ce310c6b34b370fa869540d825ba48c.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
पद्मिनी एकादशी का व्रत खोलते समय तामसिक भोजन, लहसून-प्याज से युक्त भोजन, बैंगन, मूली, कंद आदि ग्रहण न करें. इस दिन चावल जरुर खाना चाहिए. इससे कुयोनि में जन्म नहीं मिलता.
Published at : 29 Jul 2023 09:03 PM (IST)
और देखें
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
इंडिया
दिल्ली NCR
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड
इंडिया
Advertisement
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)