Safala Ekadashi 2022: सफला एकादशी की पूजा में न करें ऐसी गलती, पुण्य की जगह बनेंगे पाप के भागी
सफला एकादशी के दिन श्रीहरि विष्णु के समक्ष घी का दीपक लगाकर नारायण कवच का पाठ शुरू करें. ये स्तोत्र पापनाशक और हर संकट में साधक की रक्षा करने वाला माना गया है. इसके प्रभाव से आर्थिक समस्या नहीं आती. ये उपाय लगातार 11 दिन तक करें.
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View In Appसफला एकादशी पर पीपल की पूजा से न सिर्फ भगवान श्री विष्णु और धन की देवी मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है. जो लोग नौकरी की तलाश कर रहे हैं या फिर तरक्की पाना चाहते हैं तो सुबह जल अर्पित करने के बाद पीपल में शाम के समय चौमुखा दीया बनाकर उसमें सरसों का तेल डाल कर जलाएं.
इस दिन गजेंद्र मोक्ष का पाठ करने से बड़े से बड़ा कर्ज शीघ्र उतर जाता है. कहते हैं इससे पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन में सुख और समृद्धि में बढ़ोत्तरी होती हैं. संतान संबंधी समस्याओं का समाधान निकलता है.
सफला एकादशी के दिन बुजुर्गों, महिलाओं और किसी भी बेसहारा व्यक्ति को अपशब्द न बोलें. ऐसा करने पर तीनों लोकों में शरण नहीं मिलती. मृत्यु के बाद वह नरक भोगता है.
एकादशी पर दान करने से अक्षय पुण्य मिलता है लेकिन भूलकर भी इस दिन बासी भोजन किसी मनुष्य या पशु-पक्षी को न खिलाएं. ऐसा करने से घर की बरकत चली जाती है.
एकादशी के दिन श्रीहरि विष्णु को पूजा में अक्षत न चढ़ाएं. विष्णु जी की पूजा में चावल वर्जित है. जो लोग एकादशी का व्रत करते हैं उन्हें इस दिन क्रोध से बचना चाहिए. नहीं तो व्रत व्यर्थ चला जाता है और पुण्य की जगह पाप के भागी बनते हैं.
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