Karwa Chauth 2020 : करवे से लेकर छलनी तक, इन चीजों के बिना संपन्न नहीं हो सकती है करवा चौथ की पूजा
तस्वीर - करवा माता की तस्वीर भी इस पर्व पर बहुत ही ज़रुरी है जिसकी पूजा इस दिन की जाती है. इस तस्वीर में सूर्य भी हैं और चंद्रमा भी वहीं इसमें करवा चौथ की कथा भी मिलती है.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In Appकरवा - इस पर्व का नाम ही करवा चौथ है इसीलिए इसके बिना इस व्रत को किया ही नहीं जा सकता. इस दिन मिट्टी के करवे की सबसे ज्यादा अहमियत होती है. दोपहर के समय पूजा के दौरान इस करवे को जल से भरा जाता है और रात को इसी जल से चंद्रमा को अर्घ्य दिया जाता है. करवा आसानी से बाज़ार में मिल भी जाता है.
थाली - करवा चौथ की थाली जिसमें संपूर्ण सामग्री रखी जाती है..बहुत ही ज़रुरी है. थाली में करवा, छलनी, दीया रखा जाता है और फिर उस थाली की भी विशेष पूजा होती है. यह थाली दिन में पूजा के दौरान व रात को चंद्र दर्शन के दौरान बहुत ही महत्व रखती है. कई जगहों पर इस दिन थाली बदलने की प्रथा भी है.
छलनी - करवा चौथ की रात चांद के दर्शन अनिवार्य है लेकिन सदियों से चांद को छलनी में से ही देखने की परंपरा चली आ रही है. इस रात चांद और फिर पति के चेहरे को छलनी में से ही देखा जाता है. कहते हैं किसी भी तरह के छल से बचने के लिए ही चांद को छलनी में से देखने की परंपरा है. हर साल नई छलनी ही इस्तेमाल में लानी चाहिए.
दीया - इस दिन दीये की बहुत ही अहमियत होती है. दिन में करवा माता की पूजा के दौरान भी दीपक जलाया जाता है तो वहीं रात को दीया जलाकर छलनी में रखकर पति का अक्स देखते हैं. कुछ लोग आटे का दीया बनाकर उसका इस्तेमाल करते हैं.
सींक - करवा चौथ के व्रत में सींक का बहुत ही महत्व होता है. कहा जाता है कि कथा सुनने के दौरान सींक को अपने पास ज़रुर रखना चाहिए, क्योंकि सींक माता करवा की शक्ति का द्योतक है. इस पर्व के दौरान सींक आसानी से बाज़ार में उपलब्ध होती है.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -