Vastu Shastra: हर मुसीबत में रक्षा करती है कृष्ण की प्रिय माला, जानें इसे पहनने का सही तरीका
तुलसी की माला पहनने से बुध और शुक्र ग्रह मजबूत रहता है. मानसिक कष्टों से छुटकारा पाने के लिए ये बहुत लाभकारी मानी गई है. इसे गले में धारण करने पर मन नियंत्रण में रहता है.
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View In Appजिस तरह तुलसी का पौधा घर में होने से नकारात्मकता ऊर्जा का नाश होता है उसी प्रकार. तुलसी की माला साधक की संकटों में रक्षा करती है.
तुलसी की माला धारण करने वाले व्यक्ति में सात्विक भावनाएं जाग्रत होती है. इससे न सिर्फ आध्यात्मिक बल्कि शारीरिक और आर्थिक लाभ भी मिलता है. ये बीमारियों को दूर रखने में मदद करती है. आत्मविश्वास डगमगाता नहीं है.
तुलसी की माला साधक को तभी फल पहुंचाती है जब इसे धारण करने वाले नियमोंका ध्यान रखें. इसे पहनने के बाद पवित्रता का खास खयाल रखें. शौच जाने से पहले इसे उतारकर मंदिर में रखें.
गंदे हाथों से कभी इसे स्पर्श न करें. तुलसी माला पहनकर प्रणय संबंध भी नहीं बनाने चाहिए. शास्त्रों के अनुसार तुसली माला पहनने वालों को तामसिक भोजन नहीं करना चाहिए.
कहते हैं कि तुलसी माला के साथ रुद्राक्ष की माला धारण नहीं करनी चाहिए. मान्यता है इससे दोनों का प्रभाव कम हो जाता है.
तुलसी की माला पहनने से पहले इसे गंगाजल और दूध से धो लें. फिर भगवान विष्णु या कृष्ण के चरणों में अर्पित करें. इसे बाद धारण करें.
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