ऑफिस की भागदौड़ के बीच ढूंढ़ रहे हैं सुकून के दो पल तो कम खर्च वाली इन जगहों पर घूम आएं
जिंदगी बस ऑफिस से घर और घर से ऑफिस बन जाए. तो इस भागदौड़ वाली लाइफस्टाइल के बीच सुकून के दो पल निकालना ही बड़ी बात है. घूमना हर किसी को पसंद होता है लेकिन इस बिजी शेड्यूल में लोगों के पास टाइम की कमी होती है. लेकिन इसी बीच जब भी कोई त्योहार आता है और ऑफिस से छुट्टी मिल जाती है तो सबसे पहले एक ही ख़याल मन में आता है और वो है कहीं घूमने जाने का... अब छुट्टी तो दो या तीन दिन की ही मिल पाती है तो ऐसे में सिर्फ़ दो-तीन दिन के लिए कहां जाएं. कुछ लोगों का तो डिस्कशन में ही वक़्त निकल जाता है और फिर पूरी छुट्टी घर में बितानी पड़ती है. लेकिन आप बिल्कुल अपना समय इन फिजूल की बातों में बर्बाद न करें इसलिए मैं आपको अपने आर्टिकल के जरिए दिल्ली के आसपास की वो जगह बताती हू. जहां आप आसानी से जा सकते हैं और दो तीन दिन में आराम से घूमकर वापस आ सकते हैं.
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View In Appनौकुचीयाताल: नौकुचियाताल की दूरी नैनीताल से करीब 26.2km है और दिल्ली से 328 km दूर है मतलब तक़रीबन 7 घंटे का सफ़र है. ख़ूबसूरती देखने के साथ आपको यहां ढेर सारा सुकून मिलेगा और सुकून के साथ ही अगर आप एडवेंचर के शौक़ीन है तो आप यहां कयाकी, पैडलबोट, झील के पानी में जोर्बिंग, झील में पैरासेलिंग, पहाड़ से पैराग्लाइडिंग, जंगल ट्रेकिंग, माउंटेन बाइकिंग, ज़िप लाइनिंग जैसे तमामतरह के एडवेंचर कर सकते हैं और हां एक मेरी पर्सनल सलाह है की आप किसी ऐसे होटल में रुके जो पहाड़ के ऊपर हो, ताकि वहां से आप सनराइज़ और सनसेट को इंजॉय कर सकें. यहां आप बाय रोड आसानी से जा सकते है.
ऋषिकेश (योग कैपिटल ऑफ़ द वर्ल्ड) (उत्तराखण्ड): बेहद खूबसूरत ऋषिकेश जिसकी ख़ूबसूरती के आप दीवाने हो जाएंगे, फ़ैमिली के साथ जाने की परफ़ेक्ट डेज़िटिनेशन में से एकऋषिकेश दिल्ली से सिर्फ़ 263km दूर है, आप सिर्फ़ 5 घंटे में बाय रोड यह पहुंच सकते हैं. यहां आप मंदिरों, आश्रम, घाटों, जंगलों मेंघूमने जा सकते हैं. आप खूबसूरत त्रिवेणी घाट जा सकते है और गंगा किनारे बसा तेरा मंज़िल मंदिर भी ज़रूर जायें साथ ही आप रामझूला और लक्ष्मण झूले की भी सैर करें और हां रिवर राफ्टिंग ज़रूर करें इसके लिए आप शिवपुरी जायें. अब आप यहां जा ही रहे हैं, तो बॉडी सर्फिंग, क्लिफ जंपिंग और रॉक क्लाइंबिंग जैसी एक्टिविटीज में भी हाथ साफ कर सकते हैं. शिवपुरी बीच कैम्पिंग, पर्वतारोहण, जंगल की सैर, और जंगल ट्रेकिंग जैसी गतिविधियों के लिए भी मशहूर है.
पराशर लेक (हिमाचल प्रदेश): मेरा पर्सनल फेवरेट है 'पराशर लेक', समंदर तल से 9 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित पराशर झील के नजारे जन्नत से कम नहीं हैं. पर्यटकों को यहां ठहरने के लिए रेस्ट हाउस उपलब्ध हैं, और सबसे बढ़िया बात ये की यहां आप कैंपिंग कर सकते है, मैं तो यही कहूंगी की आप लाइफ में एक बार यहां जाकर कैम्प में ज़रूर ठहरे और हां अपने साथ ज़रूरी सामान ले जायें, वैसे यहां कमर्शियल कैंपिंग होती है मतलब आपको यहां कैम्प बने हुए सारी सुविधाओं के साथ मिल जाएंगे, लेकिन ख़ुद टेंट लेकर अगर आप जा रहें है तो अपने साथ खाने का सामान, रेडी तो ईट जैसे आइटम्स, कैंपिंग स्टोव, यहाँ ठंड रहती है तो नीचे बिछाने के लिए इंसुलेटेड मैट, और स्लीपिंग बैगज़रूर रखें, एक्स्ट्रा पानी की बॉटल्स वगेहरा, अगर आप फोटोग्राफ़ी के शौक़ीन है तो नाईट स्काई फोटोग्राफी यहां कर सकते हैं और हां पराशर मंदिर भी ज़रूर जायें, ख़ूबसूरती के साथ आपको यहां सुकून भी ढेर सारा मिलेगा.
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क: बाघों की सबसे ज़्यादा संख्या के लिए मशहूर भारत का पहला नेशनल पार्क है. असल में एशिया में बनने वाला पहला राष्ट्रीय उद्यान भी है. जिम कॉर्बेट पार्क जो दिल्ली से 210 किमी की दूरी पर है, यहां तक आप आसानी से बाय रोड भी जा सकते हैं.
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