भारत के इन जगहों पर भूकंप का होता है ज्यादा खतरा, कहीं आप तो नहीं रहते यहां?
देवभूमि उत्तराखंड भी अक्सर भूकंप के झटके से दहलती रहती है. उत्तराखंड राज्य में भी भूकंप का ज्यादा खतरा रहता है, इसके अलावा और भी कई तरह की प्राकृतिक आपदाएं यहां दस्तक देती रहती है.
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View In Appभूकंप के लिहाज से सबसे खतरनाक माने वाले इलाके जोन 5 होते हैं, इसमें जम्मू-कश्मीर शामिल है,भूकंप से भारत के सर्वाधिक प्रभावित वाले क्षेत्र में जम्मू-कश्मीर शामिल है. ये भारत का सबसे रिस्की क्षेत्र माना जाता है.
जम्मू-कश्मीर के अलावा हिमाचल प्रदेश भूकंप से प्रभावित होने वाला राज्य है, इसे भी जोन 5 में बांटा गया है.इस क्षेत्र में भी अक्सर भूकंप आते रहते हैं.हिमाचल प्रदेश भूकंप के लिहाज से अति संवेदनशील जोन 4 और 5 में आता है. भूकंप की दृष्टि से संवेदनशील पांचवे जोन में पड़ने वाले हिमाचल में साल 2021 में करीब 60 छोटे बड़े भूकंप आ चुके हैं, हिमाचल में सबसे बड़ा भूकंप 4 अप्रैल 1905 को कांगड़ा में आया था,इस त्रासदी में कई हजार लोगों ने जान गंवाई थी.
बिहार में भी भूकंप का खतरा बना रहता है. बिहार के कुछ क्षेत्रों को भी जोन 5 में रखा गया है. पटना और बिहार का रक्सौल जो भारत नेपाल की सीमा पर है भूकंप से ज्यादा प्रभावित क्षेत्र है.
उत्तरी पंजाब, सिक्किम, चंडीगढ़ पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तरी बंगाल, अंडमान निकोबार, कच्छ का रण, सुंदरवन, महाराष्ट्र लातूर तमिलनाडु, कर्नाटक के कुछ हिस्से भी भूकंप से सर्वाधिक प्रभावित होने वाला क्षेत्र माना जाता है.
दिल्ली में भी कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जहां भूकंप से ज्यादा प्रभावित होते हैं, जैसे सोहना फॉल्ट लाइन, दिल्ली मुरादाबाद फॉल्ट लाइन, एनसीआर, इसके अलावा लुटियंस दिल्ली वीआईपी इलाके भी हाई रिस्क जोन में आते हैं.
दिल्ली के जेएनयू, एमसीए, छतरपुर और नारायणा जैसे एरिया में भूकंप का खतरा कम रहता है, वहीं अन्य राज्यों की बात करें तो भूकंप के लिहाज से सबसे कम खतरे वाले जोन में यानी जोन वन में पश्चिमी मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, पूर्वी महाराष्ट्र और उड़ीसा के हिस्से आते हैं.
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