एक्सप्लोरर
दिल्ली से लखनऊ की दूरी जितनी लंबी है दुनिया की सबसे गहरी झील! रहस्यों से भरी है
बैकाल झील दुनिया की सबसे पुरानी, गहरी और ताजा पानी की सबसे बड़ी झील है. इस झील में दुनिया का करीब 20 फीसदी साफ पानी है. यहां इन दिनों तापमान शून्य से भी नीचे पहुंच जाता है.

बैकाल झील की गहराई कितनी है
1/6

झील की खूबसूरती हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करती है. कई शहरों में दूर-दूर से लोग सिर्फ झील देखने आया करते हैं. क्या आप जानते हैं कि दुनिया की सबसे पुरानी और गहरी झील कौन सी है. अगर नहीं तो चलिए आपको बताते हैं. दरअसल, दुनिया की सबसे गहरी और पुरानी झील बैकाल झील (Lake Baikal) है. यह रूस के साइबेरिया में है. इस झील के पास जाना खतरे से खाली नहीं है. इसके कई दिलचस्प रहस्य हैं. आइए जानते हैं.
2/6

बैकाल झील दुनिया की सबसे पुरानी, गहरी और ताजा पानी की सबसे बड़ी झील है. इस झील में दुनिया का करीब 20 फीसदी साफ पानी है. यहां इन दिनों तापमान शून्य से भी नीचे पहुंच जाता है. इस झील की गहराई 1,700 मीटर यानी 1.7 किमी है.
3/6

इसे मीठे पानी का प्रमुख स्रोत भी माना जाता है. यूनेस्को ने 1996 में बैकाल झील को हेरिटेज में शामिल किया था. यह झील लंदन से एडिनबर्ग की दूरी जितनी लंबी है, जो हर साल 2 सेमी बढ़ जाती है.
4/6

कई लोगों का मानना है कि बैकाल झील के भीतर 500 टन सोना छिपा है. इस झील में दुर्लभ पौधों और जानवरों की हजारों प्रजातियां रहती हैं.यह झील बुरजाट जनजातियों का बरेसा है, जो झील के पूर्वी किनारे पर भेड़-बकरियां-ऊंट और घोड़े पालते हैं. सर्दी के मौसम में इस झील पर दो मीटर मोटी बर्फ की परत जम जाती है. बैकाल झील जमने के बाद पानी मीथेन गैस नहीं निकलने देती है.
5/6

बैकाल झील करीब 2,500 मिलियन साल पुरानी है. जिसकी वजह से इसे दुनिया का सबसे पुराना झील माना जाता है. इसके चारों तरफ पहाड़ है. उत्तर में बैकाल पर्वत, उत्तर पूर्वी में बरगुज़िन रेंज और पश्चिम में प्रीमोर्सकी रेंज है. बैकाल झील में 27 द्वीप शामिल हैं.
6/6

बैकाल में सीधी बहने वाली धाराएं सेलेंगा-बारगुजिन, ऊपरी अंगारा, तुर्का, सरमा और स्नेझनाया हैं. इस झील में वोटिंग राइड नहीं होती है. ट्रेन में बैठकर झील का पूरा चक्कर लगा सकते हैं. 80 किमी ट्रैक का सफर बेहद खूबसूरत और रोमांचक होता है.
Published at : 08 Jan 2024 05:10 PM (IST)
और देखें
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
इंडिया
इंडिया
बॉलीवुड
क्रिकेट
Advertisement


अनिल चमड़ियावरिष्ठ पत्रकार
Opinion: 'आस्था, भावुकता और चेतना शून्य...', आखिर भारत में ही क्यों होती सबसे ज्यादा भगदड़ की घटनाएं
Opinion