‘इमोशनल डंपिंग’ क्या है? कहीं आप भी इसका शिकार तो नहीं? इससे बाहर कैसे निकलें?
बात करने के बाद थकान और तनाव महसूस करना : जब आप अपने पार्टनर से बात करते हैं और वे अपनी सारी परेशानियां आप पर डाल देते हैं, तो आप थके हुए और तनावग्रस्त महसूस कर सकते हैं. यह बार-बार होने पर आपकी सेहत पर बुरा असर डाल सकता है.
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View In Appआपके समय का सम्मान नहीं करना : अगर कोई व्यक्ति आपकी भावनाओं का दबाव आप पर डाल रहा है, तो वे आपके समय का सम्मान नहीं करते हैं. उन्हें लगता है कि आप हमेशा उनके लिए उपलब्ध रहें.
आपसे अनुमति नहीं लेना : जब किसी को अपनी भावनाएं व्यक्त करनी होती हैं, तो वे आपसे पूछते नहीं हैं. वे बिना चेतावनी के अपनी सारी समस्याएं आप पर डाल देते हैं.
आपकी सीमाओं का उल्लंघन करना : इमोशनल डंपिंग में आपकी व्यक्तिगत सीमाओं का ध्यान नहीं रखा जाता. भले ही आप असहज महसूस करें, वे अपनी बातें आप पर डालते रहते हैं.
इन संकेतों को पहचानकर आप इमोशनल डंपिंग से बच सकते हैं और अपनी मानसिक हेल्थ का ध्यान रख सकते हैं.
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