भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली ने खोला सचिन को लेकर ये बड़ा राज
मिताली राज महिला विश्व क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली बल्लेबाज हैं. इसमें उनकी मेहनत और रनों की भूख सबसे बड़ा कारण है. लेकिन इस लंबे सफर में मिताली को यहां तक पहुंचाने में 'क्रिकेट के भगवान' कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के बल्ले का भी रोल है.
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View In Appसचिन विश्व क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं वहीं मिताली उन्हीं के रास्ते पर चल रहीं हैं और महिला क्रिकेट में रनों के मामले में सबसे आगे हैं.
मिताली ने कहा, जब हम फाइनल में पहुंचे तो मैंने सचिन सर से कहा कि आप टीम के साथ कुछ वक्त बिताएं और उन्हें प्रोत्साहन दें क्योंकि आपके पास काफी अनुभव है. इन्होंने मेरे उस प्रस्ताव को मान लिया.
मिताली ने कहा कि आईसीसी महिला विश्व कप फाइनल से पहले उन्होंने सचिन से टीम को प्रेरित करने की दरख्वास्त की थी जिसे इस महान बल्लेबाज ने मान लिया था.
मिताली ने कहा, जब मैंने 6,000 रन पूरे किए थे तब सचिन सर ने मुझे बधाई दी थी और कुछ ऐसा कहा जो मुझे अभी तक याद है और हमेशा मेरे साथ रहेगा. सचिन ने कहा था कि हार नहीं मानना. अगर तुम्हें लगता है कि तुम कुछ और साल खेल सकती हो तो खेलना. जब मैं विश्व कप खेल कर लौटी तो मुझे सवाल किए गए कि क्या मैं अगला विश्व कप खेलूंगी या नहीं, इस सवाल को सुनकर मुझे सचिन सर की बात याद आ गई थी.
लेकिन मिताली ने इस कार्यक्रम में अपने अगले विश्व कप में खेलने की संभावनाओं को जिंदा रखने की असल वजह बताई और कहा कि वह सचिन के कारण ही प्रेरित होकर अगले विश्व कप की दौड़ में शामिल हैं.
मिताली जब विश्व कप के बाद भारत लौटी थीं तब उनसे सभी ने सवाल किया था कि क्या वह चार साल बाद विश्व कप में खेलेंगी? इस सवाल का जवाब देते हुए मिताली ने कहा था कि वह जब तक फिट हैं तब तक खेलेंगी.
सचिन ने तुरंत कहा, मैं चाहता था कि ये न रुकें इसलिए बल्ला तोहफे में दिया. मैं बल्ला लेकर आया हूं और आपको दूंगा. 2021 (अगला आईसीसी महिला विश्व कप) ज्यादा दूर नहीं है.
मिताली ने कहा, ऐसा भी मौका आया था जब सचिन ने मुझे अपना बल्ला तोहफे में दिया था. मैंने उस बल्ले से काफी रन बनाए. वो बल्ला अभी भी मेरे पास है. सचिन को अभी मुझे एक और बल्ला देना है.
मिताली के साथ अभी भी वह बल्ला है. उनका कहना है कि सचिन को उन्हें अभी एक और बल्ला तोहफे में देना है. सचिन और मिताली बीते बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी में अंतर्राष्ट्रीय बालिक दिवस (11 अक्टूबर) के मौके पर यू्निसेफ के एक कार्यक्रम में शिरकत करने आए थे. इस दौरान मिताली ने इस राज को पहली बार दुनिया के सामने उजागर किया.
ये योगदान महज़ उनके बल्ले का नहीं बल्कि मिताली को लगातार खेलने के लिए प्रेरित करने के लिए सचिन के शब्दों का भी. सचिन ने एक समय मिताली को बल्ला तोहफे में दिया था और मिताली ने उस बल्ले खूब रन बनाए.
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