एक्सप्लोरर

First Woman Combat Aviator: कैप्टन अभिलाषा बराक ने देश की पहली महिला कॉम्बैट एविएटर बन रचा इतिहास

कैप्टन अभिलाषा बराक ने देश की पहली महिला कॉम्बैट एविएटर

1/4
सेना की एविएशन कोर में पहली बार एक महिला पायलट चुनी गई हैं. खास बात ये है कि कैप्टन अभिलाषा बराक कॉम्बेट पायलट के तौर पर सेना में चुनी गई हैं और रुद्र और एलसीएच जैसे अटैक हेलीकॉप्टर उड़ा सकेंगी.
सेना की एविएशन कोर में पहली बार एक महिला पायलट चुनी गई हैं. खास बात ये है कि कैप्टन अभिलाषा बराक कॉम्बेट पायलट के तौर पर सेना में चुनी गई हैं और रुद्र और एलसीएच जैसे अटैक हेलीकॉप्टर उड़ा सकेंगी.
2/4
थलसेना के मुताबिक, एविएशन कोर के इतिहास में ये स्वर्णिम अक्षरों से लिखा जाने वाला दिन है क्योंकि पहली बार कोई महिला ऑफिसर कॉम्बेट-एविएटर के तौर पर चुनी गई हैं. बुधवार को नासिक (महाराष्ट्र) स्थित कॉम्बेट आर्मी एविएशन ट्रेनिंग स्कूल के दीक्षांत समारोह में कैप्टन अभिलाषा बराक सहित कुल 36 आर्मी पायलट्स को 'विंग्स' प्रदान किए गए. एविएशन कोर के महानिदेशक, लेफ्टिनेंट जनरल अजय कुमार सूरी ने कैप्टन अभिलाषा सहित सभी पायलट्स को विंग्स प्रदान किए. इन विंग्स के प्रदान करने के बाद से ये सभी पायलट्स सेना के रुद्र और लाइट कॉम्बेट हेलीकॉप्टर यानि एलसीएच उड़ाने के लिए तैयार हो गए हैं.
थलसेना के मुताबिक, एविएशन कोर के इतिहास में ये स्वर्णिम अक्षरों से लिखा जाने वाला दिन है क्योंकि पहली बार कोई महिला ऑफिसर कॉम्बेट-एविएटर के तौर पर चुनी गई हैं. बुधवार को नासिक (महाराष्ट्र) स्थित कॉम्बेट आर्मी एविएशन ट्रेनिंग स्कूल के दीक्षांत समारोह में कैप्टन अभिलाषा बराक सहित कुल 36 आर्मी पायलट्स को 'विंग्स' प्रदान किए गए. एविएशन कोर के महानिदेशक, लेफ्टिनेंट जनरल अजय कुमार सूरी ने कैप्टन अभिलाषा सहित सभी पायलट्स को विंग्स प्रदान किए. इन विंग्स के प्रदान करने के बाद से ये सभी पायलट्स सेना के रुद्र और लाइट कॉम्बेट हेलीकॉप्टर यानि एलसीएच उड़ाने के लिए तैयार हो गए हैं.
3/4
सेना की एविएशन कोर को वर्ष 1986 में स्थापित किया गया था. एविएशन कोर के हेलीकॉप्टरर्स की जिम्मेदारी सेना की आखिरी चौकी पर तैनात सैनिकों को खाना-राशन हथियार और दूसरा जरुरी सामान पहुंचाना है. ये ऐसी चौकियां हैं जहां सड़क मार्ग से नहीं पहुंचा जा सकता है. खासतौर से सियाचिन ग्लेशियर, एलओसी, पूर्वी लद्दाख, अरूणाचल प्रदेश और सिक्किम में सेना की कई ऐसी पोस्ट हैं जहां सड़क के रास्ते नहीं पहुंचा जा सकता है. वहां पर एविएशन कोर के हेलीकॉप्टर ही ओपरेट करते हैं. हाल के सालों में एविएशन कोर में स्वदेशी रुद्र और एलसीएच हेलीकॉप्टर भी शामिल किए गए हैं. ये अटैक हेलीकॉप्टर दुश्मन की सीमा में घुसकर आक्रमण करने और आतंकियों के अड्डों को नष्ट करने के लिए इस्तेमाल किए जाने के लिए सेना के जंगी बेड़े में शामिल किए गए हैं.
सेना की एविएशन कोर को वर्ष 1986 में स्थापित किया गया था. एविएशन कोर के हेलीकॉप्टरर्स की जिम्मेदारी सेना की आखिरी चौकी पर तैनात सैनिकों को खाना-राशन हथियार और दूसरा जरुरी सामान पहुंचाना है. ये ऐसी चौकियां हैं जहां सड़क मार्ग से नहीं पहुंचा जा सकता है. खासतौर से सियाचिन ग्लेशियर, एलओसी, पूर्वी लद्दाख, अरूणाचल प्रदेश और सिक्किम में सेना की कई ऐसी पोस्ट हैं जहां सड़क के रास्ते नहीं पहुंचा जा सकता है. वहां पर एविएशन कोर के हेलीकॉप्टर ही ओपरेट करते हैं. हाल के सालों में एविएशन कोर में स्वदेशी रुद्र और एलसीएच हेलीकॉप्टर भी शामिल किए गए हैं. ये अटैक हेलीकॉप्टर दुश्मन की सीमा में घुसकर आक्रमण करने और आतंकियों के अड्डों को नष्ट करने के लिए इस्तेमाल किए जाने के लिए सेना के जंगी बेड़े में शामिल किए गए हैं.
4/4
बुधवार को कैप्टन अभिलाषा सहित सभी 36 कॉम्बेट एविएटर्स इन्ही रुद्र हेलीकॉप्टर और एलसीएच उड़ाएंगे. सेना की सबसे नई कोर में से एक एविएशन कोर का आदर्श वाक्य है, स्विफ्टि एंड श्योर. सेना के एक अधिकारी ने बताया कि आने वाले दिनों में एविएशन कोर की टेक्टिकल इम्पोर्टेंस बढ़ने जारी है और एक फोर्स-मल्टीप्लायर के तौर पर आर्मी की मदद करेगी.  कैप्टन अभिलाषा मूलत: हरियाणा के पंचकुला की रहने वाली हैं और उनके पिता भी सेना में बतौर कर्नल के तौर पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं. कैप्टन अभिलाषा वर्ष 2018 में सेना की एयर डिफेंस कोर में शामिल हुई थीं और कई प्रोफेशनल मिलिट्री कोर्स कर चुकी है. कॉम्बेट एविएटर बनने के लिए उन्होनें अपने बाकी पायलट साथियों की तरह ही छह महीने का कोर्स किया है.
बुधवार को कैप्टन अभिलाषा सहित सभी 36 कॉम्बेट एविएटर्स इन्ही रुद्र हेलीकॉप्टर और एलसीएच उड़ाएंगे. सेना की सबसे नई कोर में से एक एविएशन कोर का आदर्श वाक्य है, स्विफ्टि एंड श्योर. सेना के एक अधिकारी ने बताया कि आने वाले दिनों में एविएशन कोर की टेक्टिकल इम्पोर्टेंस बढ़ने जारी है और एक फोर्स-मल्टीप्लायर के तौर पर आर्मी की मदद करेगी. कैप्टन अभिलाषा मूलत: हरियाणा के पंचकुला की रहने वाली हैं और उनके पिता भी सेना में बतौर कर्नल के तौर पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं. कैप्टन अभिलाषा वर्ष 2018 में सेना की एयर डिफेंस कोर में शामिल हुई थीं और कई प्रोफेशनल मिलिट्री कोर्स कर चुकी है. कॉम्बेट एविएटर बनने के लिए उन्होनें अपने बाकी पायलट साथियों की तरह ही छह महीने का कोर्स किया है.

न्यूज़ फोटो गैलरी

न्यूज़ वेब स्टोरीज

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

पासपोर्ट-वीजा के बावजूद भारत नहीं आने दे रहा बांग्लादेश! ISKCON के सदस्यों को बॉर्डर पर रोका
पासपोर्ट-वीजा के बावजूद भारत नहीं आने दे रहा बांग्लादेश! ISKCON के सदस्यों को बॉर्डर पर रोका
'डर लगता है क्योंकि देश में कभी भी गृह युद्ध हो सकता है', सपा विधायक का दावा
'डर लगता है क्योंकि देश में कभी भी गृह युद्ध हो सकता है', सपा विधायक का दावा
इस फ्लॉप फिल्म की रीमेक संग एक्टिंग करियर को अलविदा करेंगे थलपति विजय, क्या बॉक्स ऑफिस पर मचा पाएंगे धमाल?
इस फ्लॉप फिल्म की रीमेक संग एक्टिंग करियर को अलविदा करेंगे थलपति विजय
Watch: बल्ले पर लगी गेंद, सरफराज ने की फनी फेक LBW अपील! वीडियो देख हंसी नहीं रोक पाएंगे आप
बल्ले पर लगी गेंद, सरफराज ने की फनी फेक LBW अपील! वीडियो देख हंसी नहीं रोक पाएंगे आप
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

India Population: सबसे ज्यादा आबादी वाले देश में किसकी संख्या कम, ज्यादा बच्चे पैदा की बात क्यों?Delhi Elections 2025: दिल्ली की सत्ता का सवाल, अब की बार मैदान में AAP vs BJP vs Congress! | SandeepBudaun Jama Masjid: लड़ाई कानूनी..संभल, अजमेर, बदायूं की एक ही कहानी? | UP | Sambhal | Ajmer | ABPPopulation Control: Mohan Bhagwat के ज्यादा बच्चे वाले बयान पर सियासी संग्राम | ABP News | RSS

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
पासपोर्ट-वीजा के बावजूद भारत नहीं आने दे रहा बांग्लादेश! ISKCON के सदस्यों को बॉर्डर पर रोका
पासपोर्ट-वीजा के बावजूद भारत नहीं आने दे रहा बांग्लादेश! ISKCON के सदस्यों को बॉर्डर पर रोका
'डर लगता है क्योंकि देश में कभी भी गृह युद्ध हो सकता है', सपा विधायक का दावा
'डर लगता है क्योंकि देश में कभी भी गृह युद्ध हो सकता है', सपा विधायक का दावा
इस फ्लॉप फिल्म की रीमेक संग एक्टिंग करियर को अलविदा करेंगे थलपति विजय, क्या बॉक्स ऑफिस पर मचा पाएंगे धमाल?
इस फ्लॉप फिल्म की रीमेक संग एक्टिंग करियर को अलविदा करेंगे थलपति विजय
Watch: बल्ले पर लगी गेंद, सरफराज ने की फनी फेक LBW अपील! वीडियो देख हंसी नहीं रोक पाएंगे आप
बल्ले पर लगी गेंद, सरफराज ने की फनी फेक LBW अपील! वीडियो देख हंसी नहीं रोक पाएंगे आप
आपका दिल डरपोक है या रोमांटिक? इस पर्सनैलिटी टेस्ट से पता लग जाएगी हकीकत
आपका दिल डरपोक है या रोमांटिक? इस पर्सनैलिटी टेस्ट से पता लग जाएगी हकीकत
... तो एकनाथ शिंदे जीतते 100 सीटें! शिवसेना के विधायक ने महायुति को लेकर किया बड़ा दावा
... तो एकनाथ शिंदे जीतते 100 सीटें! शिवसेना के विधायक ने महायुति को लेकर किया बड़ा दावा
सपा सांसद अफजाल अंसारी बोले- 'संविधान में EVM का उल्लेख नहीं, बोल बम के लिए भी नहीं लिखा'
सपा सांसद अफजाल अंसारी बोले- 'संविधान में EVM का उल्लेख नहीं, बोल बम के लिए भी नहीं लिखा'
अबे यार! शख्स ने बना दिया गुलाब जामुन पराठा, यूजर्स बोले नर्क में तले जाओगे, देखें वीडियो
अबे यार! शख्स ने बना दिया गुलाब जामुन पराठा, यूजर्स बोले नर्क में तले जाओगे, देखें वीडियो
Embed widget