भारत जोड़ो यात्रा के 100 दिन, 2800 किलोमीटर का सफर पूरा, कई हस्तियों ने लिया हिस्सा, देखें तस्वीरें
अब तक 2,800 किलोमीटर से अधिक पदयात्रा कर चुके राहुल अपने समर्थकों के साथ-साथ विरोधियों का भी ध्यान आकर्षित करने में कामयाब रहे हैं.
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View In Appकुछ राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यात्रा के लिए कांग्रेस के पास अधिक ठोस राजनीतिक उद्देश्य होने चाहिए थे. उन्होंने गुजरात और हिमाचल प्रदेश जैसे चुनावी राज्यों को छोड़ने के पार्टी के कदम पर सवाल भी उठाए हैं.
भारत जोड़ो यात्रा के चुनावी फायदे में तब्दील होने से जुड़े सवालों के बीच कांग्रेस के लिए हाल ही में संपन्न दो राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजे मिश्रित रहे.
पार्टी की चुनावी किस्मत पर भारत जोड़ो यात्रा के असर की स्पष्ट तस्वीर अगले साल कर्नाटक, मध्य प्रदेश और राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनावों से सामने आएगी, जहां पदयात्रा व्यापक पैमाने पर गुजरी.
कांग्रेस के पूर्व नेता संजय झा ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा पार्टी के लिए लंबी अवधि में गेम-चेंजर साबित हो सकती है. उन्होंने कहा, पहली बात, इस यात्रा ने राहुल गांधी के राजनीतिक ब्रांड का पुनरुद्धार किया है.
मायानगरी की विभिन्न हस्तियों के अलावा भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन भी राहुल गांधी के साथ कदमताल करते नजर आए हैं.
इस यात्रा का विवादों से भी नाता रहा है. बीजेपी ने तमिलनाडु में कथित तौर पर 41,000 रुपये की बरबेरी टी-शर्ट पहनने के लिए राहुल पर निशाना साधा था, जिसके जवाब में विपक्षी दल ने 10 लाख का सूट वाले बयान के जरिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला था.
राहुल की दाढ़ी को लेकर भी दोनों दलों में वार-पलटवार देखने को मिला. असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने गुजरात में आयोजित एक चुनावी रैली में दावा किया कि राहुल गांधी इराक के पूर्व तानाशाह सद्दाम हुसैन की तरह दिखने लगे हैं.
मध्य प्रदेश चरण के दौरान ही कांग्रेस की राजस्थान इकाई में उस समय विवाद खड़ा हो गया, जब एक साक्षात्कार में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को गद्दार कहा था. राजस्थान भारत जोड़ो यात्रा का अगला पड़ाव था.
दिल्ली के जीसस एंड मैरी कॉलेज में राजनीति विज्ञान विभाग की प्रोफेसर सुशीला रामास्वामी का मानना है कि यात्रा को शुरुआती दौर में ज्यादा ठोस राजनीतिक उद्देश्य निर्धारित करने चाहिए थे.
भारत जोड़ो यात्रा में समाज के अलग-अलग तबके के लोगों ने हिस्सा लिया है, जिनमें स्वरा जैसी फिल्मी जगत की हस्ती शामिल रही.
महाराष्ट्र के शिवसेना पार्टी के नेता आदित्य ठाकरे भी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी के साथ मौजूद रहे थे.
यात्रा के महाराष्ट्र चरण में कांग्रेस और उसके वैचारिक रूप से असंगत सहयोगी शिवसेना के बीच तब दरार देखने को मिली थी, जब राहुल गांधी ने हिंदुत्व विचारक वी डी सावरकर पर अंग्रेजों के समक्ष दायर उनकी दया याचिकाओं को लेकर निशाना साधा था.
कांग्रेस के आखिरी दांव के रूप में यह यात्रा चुनावी फायदे में तब्दील होगी या नहीं, इसे लेकर स्थिति अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन ऐसा लगता है कि पार्टी के यात्री इस मंत्र में यकीन रखते हैं कि कारवां बढ़ते रहना चाहिए.
भारत जोड़ो यात्रा अब तक आठ राज्यों-तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और राजस्थान से गुजर चुकी है. यह यात्रा 24 दिसंबर को दिल्ली में दाखिल होगी और फिर लगभग आठ दिनों के विश्राम के बाद उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब से गुजरते हुए जम्मू-कश्मीर में समाप्त होगी.
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