पाकिस्तानी जेल से रिहा होकर अटारी-वाघा बॉर्डर से वतन लौटे 20 भारतीय मछुआरे, चेहरों पर दिखी खुशी
पाकिस्तान की जेल से रिहा हुए 20 मछुआरे सोमवार को सही सलामत अपने वतन वापस आ गए. सभी 20 मछुआरे अटारी-वाघा बॉर्डर से भारत पहुंचे. इन मछुआरों को पाकिस्तानी जलक्षेत्र में कथित तौर पर अवैध रूप से मछली पकड़ने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. 4 साल की सज़ा काटने के बाद सभी देश लौटे हैं.
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View In Appवतन वापसी पर एक मछुआरे ने बताया, मुझे समंदर से पकड़ा गया था. जेल में 4 साल हो गए थे. 4 साल बाद मैं अपने परिवारज़नों से मिलूंगा, मुझे बहुत खुशी हो रही है. सरकार का बहुत धन्यवाद.
इस दौरान मछुआरों के चेहरे पर देश वापस लौटने की खुशी साफ देखी गई. सभी मछुआरे अपने साजो सामान के साथ बॉर्डर के ज़रिए देश पहुंचे.
लांधी जेल के अधीक्षक इरशाद शाह ने कहा कि भारतीय अधिकारियों द्वारा मछुआरों की राष्ट्रीयता की पुष्टि करने के बाद सद्भावना के तौर पर उन्हें रिहा कर दिया गया. रिहा किए गए अधिकतर मछुआरे गुजरात के हैं. इरशाद शाह ने कहा, “इन मछुआरों ने चार साल जेल में गुजारे थे और हमारी सरकार द्वारा सद्भावना के तौर पर आज उन्हें रिहा कर दिया गया है.”
गैर-लाभकारी सामाजिक कल्याण संगठन ईधी ट्रस्ट फाउंडेशन ने मछुआरों को लाहौर में वाघा सीमा तक ले जाने की व्यवस्था की.
फिर वहां से उन्हें आज भारतीय अधिकारियों को सौंप दिया गया. इससे पहले रिहा करने के बाद इरशाद शाह ने कहा था, “हमने रिहा किए गए मछुआरों को ईधी फाउंडेशन को सौंप दिया है जोकि उनकी सभी यात्रा और अन्य खर्चों का ख्याल रख रहा है. वे अल्लामा इकबाल एक्सप्रेस ट्रेन से लाहौर जाएंगे.”
अधिकारी ने कहा कि अब भी 588 भारतीय नागरिक लांधी जेल में बंद हैं, जिनमें से अधिकांश मछुआरे हैं.
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