Ram Mandir Photos: कैसी होगी रामलला की मूर्ति, किस पत्थर का हुआ इस्तेमाल... रामजन्मभूमि ट्रस्ट के चंपत राय ने खोला राज
अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की तैयारियां जोरों शोरों से चल रही है. रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने मंदिर के अंदर भगवान श्रीराम के बाल स्वरूप मूर्ति के विराजमान होने वाली मूर्ति को लेकर जानकारी दी.
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View In Appराम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव ने कहा कि भगवान राम की जो बाल रूपी मूर्ति बनी है, वह 51 इंच की है और काले पत्थर से बनी है. इसके अलावा उन्होंने मंदिर की लंबाई और मुख्य गर्भगृह के साथ-साथ कई जानकारी दी. उन्होंने बताया कि यह मंदिर परंपरागत नगर शैली में बनाया जा रहा है.
उन्होंने जानकारी दी कि मंदिर की लंबाई (पूर्व दिशा से पश्चिम) तक 380 मीटर, चौड़ाई 250 मीटर और ऊंचाई 161 फीट होगी. उन्होंने कहा, मंदिर तीन मंजिला होगा. हर मंजिल की ऊंचाई 20 फीट रहेगी. मंदिर में कुल 392 खंभे और 44 द्वार होंगे. मुख्य गर्भगृह में प्रभु श्रीराम का बालरूप और पहले तल पर उनका दरबार होगा.
सभी खंभों और दीवारों में देवी-देवता और देवांगनाओं की मूर्तियां उकेरी जा रही हैं. मंदिर में प्रवेश द्वार पूर्व दिशा की 32 सीढ़ियां चढ़कर होगा. दिव्यांगजन और वृद्धों के लिए मंदिर में रैम्प और लिफ्ट की व्यवस्था रहेगी. मंदिर के समीप पौराणिक काल का सीताकूप विद्यमान रहेगा.
मंदिर परिसर में प्रस्तावित अन्य मंदिर महर्षि वाल्मीकि, महर्षि वशिष्ठ, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त्य, निषादराज, माता शबरी और ऋषि पत्नी देवी अहिल्या को समर्पित होंगे. मंदिर के दक्षिण पश्चिमी भाग में नवरत्न कुबेर टीला पर भगवान शिव के प्राचीन मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया है. वहां जटायु की प्रतिमा की स्थापना भी की गई है.
मंदिर में लोहे का प्रयोग नहीं होगा. मंदिर के नीचे 14 मीटर मोटी रोलर कॉम्पेक्टेड कंक्रीट बिछाई गई है. इसे कृत्रिम चट्टान का रूप दिया गया है. 25 हजार क्षमता वाले एक दर्शनार्थी सुविधा केंद्र (Pilgrims Facility Centre) का निर्माण किया जा रहा है, जहां दर्शनार्थियों का सामान रखने के लिए लॉकर और चिकित्सा की सुविधा रहेगी.
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