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Ayodhya Ram Mandir: कैसे कुछ सालों में ही बदल गई अयोध्या की तस्वीर, रेलवे स्टेशन, हाई-वे, एयरपोर्ट के विकास को देखकर नहीं होगा यकीन
Ayodhya:अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है. इसके लिए पीढ़ियों ने लंबा संघर्ष किया. राम मंदिर का निर्माण पांच सौ साल की प्रतीक्षा, परीक्षा, संघर्ष और आंदोलनों का नतीजा है.
![Ayodhya:अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है. इसके लिए पीढ़ियों ने लंबा संघर्ष किया. राम मंदिर का निर्माण पांच सौ साल की प्रतीक्षा, परीक्षा, संघर्ष और आंदोलनों का नतीजा है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/01/20/cf1892841a611fdd8144cc2cc18566081705718886432695_original.png?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
राम मंदिर को लेकर अयोध्या का कायाकल्प
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![अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं और यात्रियों को एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन के साथ-साथ अंतरराज्यीय बस अड्डा यानी ISBT की सौगात भी मिल रही है. इसे कई चरणों में विकसित किया गया है. बस अड्डे पर अंतरराष्ट्रीय मानकों के आधार पर सौंदर्यीकरण भी कराया गया है. यहां दूसरे राज्यों से आने वाले यात्रियों के लिए तमाम जरूरी सुविधाएं मिलेंगी.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/01/20/37d6201e3a4d87f248fe334575d59404aaf34.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं और यात्रियों को एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन के साथ-साथ अंतरराज्यीय बस अड्डा यानी ISBT की सौगात भी मिल रही है. इसे कई चरणों में विकसित किया गया है. बस अड्डे पर अंतरराष्ट्रीय मानकों के आधार पर सौंदर्यीकरण भी कराया गया है. यहां दूसरे राज्यों से आने वाले यात्रियों के लिए तमाम जरूरी सुविधाएं मिलेंगी.
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![अयोध्या में राम मंदिर के खोले जाने को लेकर शहर में कई तरह के बड़े बदलाव किए गए. विश्व प्रसिद्ध तीर्थस्थल के बनने की ओर अग्रसर अयोध्या में काम को लेकर काफी तेजी देखी गई. एक तरफ जहां मंदिर के निर्माण में तेजी देखी गई, वहीं दूसरी तरफ शहर का कायाकल्प भी जोर-शोर से किया गया. इस दौरान शहर की यातायात सुविधा को देखते हुए रेलवे स्टेशन को मॉर्डन सुविधाओं के लैस किया गया. इसके अलावा नए एयरपोर्ट का भी निर्माण किया गया.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/01/20/ef0c705e1ebcb744774ba914021dcc5aa9f11.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
अयोध्या में राम मंदिर के खोले जाने को लेकर शहर में कई तरह के बड़े बदलाव किए गए. विश्व प्रसिद्ध तीर्थस्थल के बनने की ओर अग्रसर अयोध्या में काम को लेकर काफी तेजी देखी गई. एक तरफ जहां मंदिर के निर्माण में तेजी देखी गई, वहीं दूसरी तरफ शहर का कायाकल्प भी जोर-शोर से किया गया. इस दौरान शहर की यातायात सुविधा को देखते हुए रेलवे स्टेशन को मॉर्डन सुविधाओं के लैस किया गया. इसके अलावा नए एयरपोर्ट का भी निर्माण किया गया.
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![अयोध्या में तैयार किए नए रेलवे स्टेशन को भी पूरी तरह से बदल दिया गया है. इस दौरान अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन के कायाकल्प का प्रथम फेज का काम पूरा हो चुका है. पहले चरण में लगभग 240 करोड़ रुपये की लागत लगी, जबकि दूसरे चरण का काम जारी है. इसकी लागत 480 करोड़ है. स्टेशन का सौंदर्यीकरण राम मंदिर की तर्ज पर किया गया है. सरकार का दावा है कि एयरपोर्ट के साथ-साथ स्टेशन पर मिलने वाली बुनियादी सुविधाओं को विश्वस्तरीय मानकों के अनुसार विकसित किया गया है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/01/20/d7bd01e9635e53695f773c5c592d1a5690ac4.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
अयोध्या में तैयार किए नए रेलवे स्टेशन को भी पूरी तरह से बदल दिया गया है. इस दौरान अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन के कायाकल्प का प्रथम फेज का काम पूरा हो चुका है. पहले चरण में लगभग 240 करोड़ रुपये की लागत लगी, जबकि दूसरे चरण का काम जारी है. इसकी लागत 480 करोड़ है. स्टेशन का सौंदर्यीकरण राम मंदिर की तर्ज पर किया गया है. सरकार का दावा है कि एयरपोर्ट के साथ-साथ स्टेशन पर मिलने वाली बुनियादी सुविधाओं को विश्वस्तरीय मानकों के अनुसार विकसित किया गया है.
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![अयोध्या के नवनिर्मित रेलवे स्टेशन में कुल तीन नए प्लेटफॉर्म है. इसको बनाने में कुल 4 साल का समय लगा. ये पूरे 11 हजार वर्गमीटर में फैला हुआ है. इसको बनाने में 240 करोड़ की लागत लगी है. इसकी खासियत है कि ये श्री राम जन्मभूमि मंदिर से प्रेरित है. ये त्रेता युग सा एहसास देता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/01/20/19222a30104af2d546b3f6409c8947de26839.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
अयोध्या के नवनिर्मित रेलवे स्टेशन में कुल तीन नए प्लेटफॉर्म है. इसको बनाने में कुल 4 साल का समय लगा. ये पूरे 11 हजार वर्गमीटर में फैला हुआ है. इसको बनाने में 240 करोड़ की लागत लगी है. इसकी खासियत है कि ये श्री राम जन्मभूमि मंदिर से प्रेरित है. ये त्रेता युग सा एहसास देता है.
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![अयोध्या में मंदिर तक पहुंचने में संघर्ष न करना पड़े इसका भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है. राम, भक्ति, जन्मभूमि और धर्म पथ को संवारा जा रहा है. अयोध्या एयरपोर्ट, स्टेशन पहुंचने वाली सड़कों के साथ-साथ पैदल यात्रियों के लिए फुटपाथ भी सजाए जा रहे हैं. अयोध्या स्टेशन का पहला चरण 2022 में ही पूरा किया जा चुका है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/01/20/595e19d4238ec03017857396901c9898f20f8.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
अयोध्या में मंदिर तक पहुंचने में संघर्ष न करना पड़े इसका भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है. राम, भक्ति, जन्मभूमि और धर्म पथ को संवारा जा रहा है. अयोध्या एयरपोर्ट, स्टेशन पहुंचने वाली सड़कों के साथ-साथ पैदल यात्रियों के लिए फुटपाथ भी सजाए जा रहे हैं. अयोध्या स्टेशन का पहला चरण 2022 में ही पूरा किया जा चुका है.
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![अयोध्या के नए एयरपोर्ट का नाम मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम इंटरनेशनल एयरपोर्ट है. इसको बनाने में लगभग 350 करोड़ रुपये की लागत लगी. इसे पूरे 9 सालों में MoU के बाद तैयार किया गया. इस एयरपोर्ट की अधिकतम यात्री क्षमता 300 है. इसकी पहली फ्लाइट दिल्ली से अयोध्या के लिए रवाना हुई थी. एयरपोर्ट के टर्मिनल का कुल क्षेत्रफल 6259 वर्ग मीटर है.यहां 2200 मीटर का रनवे तैयार किया गया है. हर घंटे दो-तीन फ्लाइट्स उतरेंगी. इस एयरस्ट्रिप पर बोइंग 737, एयरबस 310 और एयरबस 320 जैसे विमानों को भी सुरक्षित लैंड कराया जा सकेगा.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/01/20/edd402efaf67a04808e1e85673efb3281556c.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
अयोध्या के नए एयरपोर्ट का नाम मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम इंटरनेशनल एयरपोर्ट है. इसको बनाने में लगभग 350 करोड़ रुपये की लागत लगी. इसे पूरे 9 सालों में MoU के बाद तैयार किया गया. इस एयरपोर्ट की अधिकतम यात्री क्षमता 300 है. इसकी पहली फ्लाइट दिल्ली से अयोध्या के लिए रवाना हुई थी. एयरपोर्ट के टर्मिनल का कुल क्षेत्रफल 6259 वर्ग मीटर है.यहां 2200 मीटर का रनवे तैयार किया गया है. हर घंटे दो-तीन फ्लाइट्स उतरेंगी. इस एयरस्ट्रिप पर बोइंग 737, एयरबस 310 और एयरबस 320 जैसे विमानों को भी सुरक्षित लैंड कराया जा सकेगा.
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![10 हजार वर्गमीटर में फैले स्टेशन परिसर में रेल कर्मचारियों के लिए आवास, रेलवे पुलिस कार्यालय, लिफ्ट, एस्कलेटर, फूड प्लाजा, एसी वेटिंग रूम, वीआईपी लाउंज जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं विकसित की गई हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/01/20/3f9e61d8099cd0ab10395dfc30789bbbfbcff.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
10 हजार वर्गमीटर में फैले स्टेशन परिसर में रेल कर्मचारियों के लिए आवास, रेलवे पुलिस कार्यालय, लिफ्ट, एस्कलेटर, फूड प्लाजा, एसी वेटिंग रूम, वीआईपी लाउंज जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं विकसित की गई हैं.
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![अयोध्या में श्रद्धालुओं को अनोखा अनुभव मिलेगा. कुंभ में प्रवास करने वाले लिए श्रद्धालुओं के टिन सिटी बनाई जाएगी. अयोध्या में बंदरों की संख्या काफी अधिक है. ऐसे में यहां 15 हजार लोगों की क्षमता वाली टिन सिटी बनाने का फैसला लिया गया है. टेंट कपड़े के बदले टिन से बनाए जाएंगे. 50 एकड़ में फैली टिन सिटी में 4500 लोगों की क्षमता वाले 1500 कमरों का भी इंतजाम किया गया है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/01/20/5af0b53f62ae404b1ab69344c720a9adfba70.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
अयोध्या में श्रद्धालुओं को अनोखा अनुभव मिलेगा. कुंभ में प्रवास करने वाले लिए श्रद्धालुओं के टिन सिटी बनाई जाएगी. अयोध्या में बंदरों की संख्या काफी अधिक है. ऐसे में यहां 15 हजार लोगों की क्षमता वाली टिन सिटी बनाने का फैसला लिया गया है. टेंट कपड़े के बदले टिन से बनाए जाएंगे. 50 एकड़ में फैली टिन सिटी में 4500 लोगों की क्षमता वाले 1500 कमरों का भी इंतजाम किया गया है.
Published at : 20 Jan 2024 08:24 AM (IST)
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