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Baba Baidyanath Temple: भक्तों की हर मनोकामना होती है पूरी! 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक बैद्यनाथ मंदिर को कहा जाता है 'कामना लिंग'
Baidyanath Jyotirlinga: धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक इस मंदिर में आने वाले सभी भक्तों की मनोकामना पूरी होती है, इसलिए इस शिवलिंग को 'कामना लिंग' भी कहते हैं.
![Baidyanath Jyotirlinga: धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक इस मंदिर में आने वाले सभी भक्तों की मनोकामना पूरी होती है, इसलिए इस शिवलिंग को 'कामना लिंग' भी कहते हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/02/03/44305538a60180ef1ad6f70bbc8f08911706933432046706_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
12 ज्योतिर्लिंगों में से एक बैद्यनाथ मंदिर को कहा जाता है 'कामना लिंग'
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![कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा आज यानी शनिवार (3 फरवरी 2024) को झारखंड के देवघर पहुंचेगी. इस दौरान राहुल गांधी यहां बाबा बैद्यनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे. देवघर में मौजूद बैद्यनाथ धाम भगवान शिव के 9 वें ज्योतिर्लिंग के रूप में जाना जाता है. इस मंदिर में शिव और शक्ति एक साथ विराजमान हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/02/03/2974fc921abd6bb82c8eefd51a035ab5958ed.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा आज यानी शनिवार (3 फरवरी 2024) को झारखंड के देवघर पहुंचेगी. इस दौरान राहुल गांधी यहां बाबा बैद्यनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे. देवघर में मौजूद बैद्यनाथ धाम भगवान शिव के 9 वें ज्योतिर्लिंग के रूप में जाना जाता है. इस मंदिर में शिव और शक्ति एक साथ विराजमान हैं.
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![बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक पवित्र वैद्यनाथ शिवलिंग झारखंड के देवघर में स्थित है. इस जगह को लोग बाबा बैजनाथ धाम के नाम से भी जानते हैं. कहा जाता है कि भोलेनाथ यहां आने वाले सभी भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं. इसलिए इस शिवलिंग को 'कामना लिंग' भी कहते हैं. बैद्यनाथ धाम शक्तिपीठ को लेकर भी फेमस है क्योंकि यहां माता का हृदय गिरा था. यही कारण है कि इस स्थान को हार्दपीठ के नाम से भी जाना जाता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/02/03/e10b3e32f405080e06159f96fc151c5224d64.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक पवित्र वैद्यनाथ शिवलिंग झारखंड के देवघर में स्थित है. इस जगह को लोग बाबा बैजनाथ धाम के नाम से भी जानते हैं. कहा जाता है कि भोलेनाथ यहां आने वाले सभी भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं. इसलिए इस शिवलिंग को 'कामना लिंग' भी कहते हैं. बैद्यनाथ धाम शक्तिपीठ को लेकर भी फेमस है क्योंकि यहां माता का हृदय गिरा था. यही कारण है कि इस स्थान को हार्दपीठ के नाम से भी जाना जाता है.
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![पौराणिक कथाओं के अनुसार, लंकापति रावण भगवान शिव की आराधना करता था. एक बार रावण ने हिमालय पर कठोर तपस्या की. इस दौरान उसने अपने 9 सिर काटकर शिवलिंग पर चढ़ा दिए, जब 10वें सिर की बारी आई तो स्वंय महादेव प्रकट हो गए. रावण की भक्ति देखकर शिव ने उससे वरदान मांगने को कहा. रावण चाहता था कि भगवान शिव उसके साथ लंका में रहें, इसलिए उसने वरदान में कामना लिंग मांगा.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/02/03/b03fdaff59107b16ba8cd09b034b3aa8c9c5b.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
पौराणिक कथाओं के अनुसार, लंकापति रावण भगवान शिव की आराधना करता था. एक बार रावण ने हिमालय पर कठोर तपस्या की. इस दौरान उसने अपने 9 सिर काटकर शिवलिंग पर चढ़ा दिए, जब 10वें सिर की बारी आई तो स्वंय महादेव प्रकट हो गए. रावण की भक्ति देखकर शिव ने उससे वरदान मांगने को कहा. रावण चाहता था कि भगवान शिव उसके साथ लंका में रहें, इसलिए उसने वरदान में कामना लिंग मांगा.
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![भगवान शिव ने रावण की इच्छा पूरी की लेकिन एक शर्त रखी. महादेव ने रावण से कहा कि अगर तुमने शिवलिंग को कहीं रास्ते में रख दिया तो वह वहीं स्थापित हो जाएगा. तुम उसे दोबारा नहीं उठा पाओगे. रावण ने शर्त मान ली लेकिन रास्ते में उसने गलती से शिवलिंग नीचे रख दिया. उसने कामना लिंग को उठाने की बहुत कोशिश की लेकिन वह हार गया.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/02/03/0149f65315d74e7c2c15884d21735e80cecdb.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
भगवान शिव ने रावण की इच्छा पूरी की लेकिन एक शर्त रखी. महादेव ने रावण से कहा कि अगर तुमने शिवलिंग को कहीं रास्ते में रख दिया तो वह वहीं स्थापित हो जाएगा. तुम उसे दोबारा नहीं उठा पाओगे. रावण ने शर्त मान ली लेकिन रास्ते में उसने गलती से शिवलिंग नीचे रख दिया. उसने कामना लिंग को उठाने की बहुत कोशिश की लेकिन वह हार गया.
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![बाद में रावण को भगवान शिव की लीला समझ आ गई. कहा जाता है कि इसके बाद ब्रह्मा, विष्णु और अन्य देवताओं ने आकर उस शिवलिंग की पूजा की तभी से महादेव कामना लिंग के रूप में देवघर में विराजते हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/02/03/887759a51a5cded37b9a44bfd83dd5160a7e5.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
बाद में रावण को भगवान शिव की लीला समझ आ गई. कहा जाता है कि इसके बाद ब्रह्मा, विष्णु और अन्य देवताओं ने आकर उस शिवलिंग की पूजा की तभी से महादेव कामना लिंग के रूप में देवघर में विराजते हैं.
Published at : 03 Feb 2024 09:53 AM (IST)
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