Bakra Eid: बकरीद पर ‘अल्लाह’ और ‘मोहम्मद’ का नाम लिखे बकरों की भारी डिमांड, एक बकरे की कीमत 10 लाख रुपये
ईद-उल-अज़हा के मौके पर मुस्लिम समुदाय के लोग पशुओं की कुर्बानी देते हैं जिसके लिए हर साल मीना बाजार समेत दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में पशु मंडिया सजती हैं. इस बार बकरीद 17 जून सोमवार को मनाई जाएगी.
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View In App‘अल्लाह’ व ‘मोहम्मद’ लिखे बकरे के मालिक मोहम्मद तालीम ने कहा, “ ये दुर्लभ बकरे बेशकीमती हैं क्योंकि इन पर ‘अल्लाह’ लिखा है. मुंबई से 10 लाख रुपये की बोली लगी है, लेकिन हमने कोई निश्चित कीमत तय नहीं की है. हम इसे उसी को बेचेंगे जो सबसे ऊंची बोली लगाएगा.”
बाजार में अलग अलग कीमत के बकरे हैं जिनमें से कुछ के दाम लाखों रुपये तक हैं. बकरा व्यापारी शाहरूख खान ने बताया कि उनके पास “अल्लाह रक्खा” और “ऋतिक' नाम के बकरे हैं. उन्होंने कहा कि दो साल के “ऋतिक' नाम के बकरे की कीमत दो लाख रुपये रखी थी, लेकिन मोलभाव के बाद इसे सवा लाख रुपये में बेच दिया.
जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने मुसलमानों से ईद-उल-अजहा पर कुर्बानी देते समय सरकारी दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करने और कुर्बान जानवरों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा नहीं करने का आग्रह किया. ईद-उल-अजहा सोमवार को मनाई जाएगी.
ईद-उल-अजहा पर मुसलमानों को अपने संदेश में जमीयत अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि इस्लाम में कुर्बानी का कोई विकल्प नहीं है और यह एक धार्मिक कर्तव्य है जो हर मुसलमान के लिए अनिवार्य है.
उन्होंने मुसलमानों को ईद-उल-अजहा के अवसर पर सफाई का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी और कहा कि पशुओं के अवशेष सड़कों व नालियों में नहीं फेंके जाने चाहिए, बल्कि उन्हें इस तरह दफनाया जाना चाहिए कि उससे बदबू न आए.
उन्होंने कहा, 'यदि किसी स्थान पर शरारती तत्व भैंसे की कुर्बानी से रोकते हैं तो कुछ समझदार व प्रभावशाली लोग प्रशासन को जानकारी दें और फिर कुर्बानी की जाए.”
मदनी ने कहा, “हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए कि हमारी कार्रवाई से किसी को ठेस न पहुंचे.”
उन्होंने ये भी कहा, “सांप्रदायिक तत्वों की ओर से किसी भी प्रकार के उकसावे के प्रति धैर्य रखकर मामले की शिकायत स्थानीय पुलिस थानों में दर्ज कराई जानी चाहिए.”
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