6 महीने पहले दिल्ली आई थीं शेख हसीना की बेटी सायमा, WHO में इस पद पर कर रही काम; बेटा बिजनेसमैन तो पति बड़े साइंटिस्ट
बांग्लादेश का मुद्दा दुनिया भर में चर्चा का विषय बना हुआ है. प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने पद से इस्तीफा देकर देश भी छोड़ दिया है. इन सब के बीच एक और शख्सियत की चर्चा हो रही है जो है शेख हसीना की बेटी सायमा.
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View In Appशेख हसीना की 52 वर्षीय बेटी सायमा वाजेद WHO के दिल्ली मुख्यालय में निदेशक का पदभार संभाल रही हैं. सायमा को जिनेवा, स्विट्जरलैंड में WHO के कार्यकारी बोर्ड द्वारा नियुक्त किया गया था. शेख हसीना जब अपने पद से इस्तीफा देकर बांग्लादेश छोड़ रही थी तब उनकी बेटी दिल्ली में ही थीं. हालांकि, उनसे मुलाकात की अब तक कोई खबर सामने नहीं आई है.
दिल्ली में बैठकर शेख हसीना की बेटी सायमा 11 देश में इंटरनेशनल हेल्थ वर्क को संभालती हैं. इससे पहले वह मानसिक स्वास्थ्य और ऑटिज्म पर WHO के महादेशक की एडवाइजर के रूप में अपनी सेवाएं दे चुकी हैं. क्योंकि सायमा पेशे से मनोवैज्ञानिक हैं, इसलिए उन्होंने न्यूरो डेवलपमेंट के क्षेत्र में महत्वपूर्ण काम किए हैं. उन्होंने इसी फील्ड में बांग्लादेश की राष्ट्रीय सलाहकार समिति की भी अध्यक्षता की है.
खास बात यह है कि सायमा का बचपन दिल्ली में ही बीता है. जब उनकी मां निर्वासन के समय भारत में रहा करती थीं. हालांकि, सायमा राजनीति से हमेशा दूर रहीं. सायमा यूएस, कनाडा, यूएई जैसे कई देशों में रह चुकी है और काम भी कर चुकी है. उनके पति खांडेकर मसूर हुसैन मीतू बांग्लादेश के ही एक पॉलिटिकल फैमिली से ताल्लुक रखते हैं.
शेख हसीना के पति वाजेद एम ए की बात करें तो वह बांग्लादेश के एक बड़े भौतिक विज्ञानी थे, जिन्होंने फिजिक्स की कई किताबें भी लिखी. 67 साल की उम्र में शेख हसीना के पहले पति की एक बीमारी से मौत हो गई. शेख हसीना के पति ने दिल्ली में भारतीय परमाणु ऊर्जा आयोग की लेबोरेटरी में भी सेवाएं दी है. निर्वाचन के दौरान अपनी पत्नी यानि कि शेख हसीना के साथ दिल्ली में ही उन्होंने काफी समय बिताया.
शेख हसीना के बेटे जो अपनी मां के बांग्लादेश छोड़ने के बाद मीडिया के सामने यह बता रहे हैं कि उनकी मां ने किस तरह से बांग्लादेश की आर्थिक परेशानियों को दूर किया और देश की तकदीर बदली. सजीब वाजेद अमेरिका में अपना बिजनेस करते हैं और बांग्लादेश में अवामी लीग के मेंबर भी हैं. धीरे-धीरे शेख हसीना अपने बेटे को भी राजनीति में उतरने की तैयारी कर रही थीं.
शेख हसीना के बेटे ने भारत की नैनीताल और तमिलनाडु में भी अपनी पढ़ाई की और हायर एजुकेशन के लिए वह विदेश चले गए. बांग्लादेश में एक विवादास्पद शख्सियत है. वहीं नोबेल पुरस्कार जीतने वाले बांग्लादेश के मोहम्मद यूनुस के साथ भी उनके कई विवाद हो चुके हैं. उनके बेटे पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं. वह 2002 से अमेरिका में ही बसे हुए हैं और उन्होंने अमेरिकी महिला से ही शादी कर ली है, जिससे उनकी एक बेटी है.
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