एक्सप्लोरर
Bengaluru Rains: बेंगलुरु में कम नहीं हो रही है आफत, येलो अलर्ट जारी, ठप हुई टेक सिटी, देखें तस्वीरें
बेंगलुरु में आई बाढ़ से देश की टेक सिटी कहा जाने वाला शहर अस्त व्यस्त हो गया है. राज्य के सीएम ने इसके लिए पूर्ववर्ती सरकारों को दोषी ठहराया है.

बेंगलुरु में बाढ़
1/11

कर्नाटक (Karnataka) की राजधानी बेंगलुरु (Bengaluru) में भारी बारिश की वजह से जलजमाव की स्थिति के मद्देनजर मंगलवार को स्कूलों ने छुट्टी घोषित कर दी जबकि कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को घर से ही काम करने का निर्देश दिया. शहर में आज भी बारिश की आशंका है. देश की आईटी राजधानी के नाम से प्रसिद्ध शहर में मंगलवार को जगह जगह दो पहिया वाहन चालकों को पानी से भरी सड़कों पर अपने वाहनों को धकेलते और पैदल यात्रियों को घुटनों तक पानी से गुजरते देखा गया.
2/11

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने मंगलवार को बेंगलुरु में जलभराव के लिए अप्रत्याशित बारिश और पिछली कांग्रेस सरकारों के कुशासन को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने हर मुश्किल का सामना करते हुए शहर में बारिश से उपजी समस्याओं को दूर करने की चुनौती स्वीकार की है और यह सुनिश्चित करने के लिए काम करेंगे कि भविष्य में फिर ऐसी दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़े. पिछले कुछ दिनों से बेंगलुरु में हो रही बारिश के कारण बहुत से इलाके जलमग्न हैं और जनजीवन बुरी तरह अस्त व्यस्त हो गया है.
3/11

इस बीच शहर के सिद्धपुरा में एक महिला की बिजली का करंट लगने से मौत हो गई. सीएम बोम्मई ने कहा कि कर्नाटक में पिछले 90 साल में ऐसी अप्रत्याशित बारिश नहीं हुई थी. सभी जलाश्य भर गए हैं और उनमें क्षमता से अधिक पानी है. लगातार बारिश हो रही है, हर दिन वर्षा हो रही है.
4/11

उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि ऐसी छवि बनाई जा रही है कि पूरे शहर में समस्या व्याप्त है जबकि ऐसा नहीं है. बोम्मई ने कहा कि वस्तुतः दो जोन में समस्या है जिसकी कुछ वजहे हैं. महादेवपुरा में 69 तलाब हैं और सभी भर गए हैं. दूसरा सभी प्रतिष्ठान निचले इलाकों में हैं और यहां पर जबरदस्त अतिक्रमण हुआ है.
5/11

सीएम बोम्मई ने कहा कि उनकी सरकार ने इसे चुनौती के रूप में लिया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारी, इंजीनियर और राज्य आपदा मोचन बल के कर्मी 24 घंटे काम कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने वर्तमान समस्या के लिए पिछली कांग्रेस सरकारों के कुशासन और अनियोजित प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है.
6/11

बोम्मई ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों ने कभी झीलों के प्रबंधन के बारे में नहीं सोचा. उन्होंने कहा कि मैंने इसे एक चुनौती के रूप में लिया है. मैंने तूफान के पानी को निकालने के लिए नालियां बनाने के वास्ते डेढ़ हजार करोड़ रुपये दिए हैं. कल मैंने तीन सौ करोड़ रुपये जारी किये ताकि सभी अतिक्रमण हटाए जा सकें, पक्का ढांचा बनाया जा सके और पानी का बहाव अवरुद्ध न हो.
7/11

उन्होंने कहा कि हमने बहुत सारे अतिक्रमण हटाए हैं और उनको हटाने का काम आगे भी जारी रखेंगे. हम टैंकों में स्लुइस गेट लगा रहे हैं ताकि उनका बेहतर प्रबंधन किया जा सके. मैंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि नियंत्रण कक्ष 24 घंटे सातों दिन चले.
8/11

इस बीच सड़क, गलियों और पॉश इलाकों में जलजमाव की स्थिति है. महंगी कारें और वाहन पानी में डूबे हैं और यहां तक कि आलीशान कोठियों के सामने भी यही मंजर दिखाई दे रहा है. स्कूली यूनिफॉर्म पहने एक छात्रा ने कहा कि मैं ट्रैक्टर से आई क्योंकि सड़कें पानी में डूबी हुई हैं. कल मेरी परीक्षा है, इसलिए मुझे स्कूल जाना है.
9/11

कार्यालय जाने वाले व्यक्ति ने कहा कि पानी निकला नहीं है क्योंकि बीती रात को फिर से बारिश हुई. असल में मुझे लगता है कि पानी बढ़ गया है. मुझे कार्यालय जाना है, बच्चों को स्कूल जाना है और मैंने आज किसी तरह ट्रैक्टर का सहारा लिया. सरकार से अनुरोध है कि वह कुछ करें ताकि जनजीवन सामान्य हो सके.
10/11

बारिश और जलजमाव की वजह से कई स्कूलों ने छुट्टी घोषित कर दी है और कुछ दिनों के लिए ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था की है जबकि कई कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को घर से ही काम करने की सलाह दी है. आउटर रिंग रोड और सरजापुर रोड के ज्यादातर इलाके, जहां आईटी कंपनियों के कार्यालय हैं, वहां झील सा नजारा है और वहां यातायात प्रभावित हुआ है. लोगों को उनके गंतव्यों तक पहुंचने के लिए ट्रैक्टर का सहारा लेते हुए देखा गया.
11/11

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के अनुसार, राज्य की राजधानी के कुछ क्षेत्रों में एक सितंबर से पांच सितंबर के बीच सामान्य से 150 प्रतिशत अधिक बारिश हुई. महादेवपुरा, बोम्मनहल्ली और के.आर.पुरम में 307 प्रतिशत ज्यादा वर्षा हुई.
Published at : 06 Sep 2022 08:13 PM (IST)
और देखें
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
इंडिया
बिहार
बॉलीवुड
क्रिकेट
Advertisement


नयन कुमार झाराजनीतिक विश्लेषक
Opinion