Capt Shiva Chouhan: दुनिया के सबसे ऊंचे रणक्षेत्र में पहली महिला सैनिक, जानें कौन हैं कैप्टन शिवा चौहान? देखें तस्वीरें
भारतीय सेना के मुताबिक, सियाचिन बैटल स्कूल में एक महीने के कड़े प्रशिक्षण के बाद कैप्टन शिवा चौहान को सियाचिन ग्लेशियर की सबसे ऊंची सीमा चौकी, कुमार पोस्ट पर तैनात किया गया है. कुमार पोस्ट साढ़े 14 हजार फीट पर है और 12 महीने बर्फ से ढकी रहती है.
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View In App11 साल की उम्र में अपने पिता को खो देने वाली शिवा चौहान का लालन-पालन उनकी माता ने किया है. उदयपुर से प्राथमिक शिक्षा लेने के बाद शिवा ने उदयपुर के एनजेआर इंस्टीट्यूट से इंजीनियरिंग की डिग्री ले रखी है. बचपन से ही सेना की वर्दी पहनने का सपना देखने वाला शिवा ने सेना की सीडीएस परीक्षा पास की और वर्ष 2021 में कोर ऑफ इंजानियर्स में शामिल हो गई.
लेह स्थित सेना की फायर एंड फ्यूरी कोर ने कैप्टन शिवा चौहान की उपलब्धि को तस्वीरों के साथ ट्वीट करते हुए लिखा, एक ग्लास सिलिंग और टूटी. कुमार पोस्ट पर तैनात होने से पहले कैप्टन शिवा को सियाचिन बैटल स्कूल में एंडूयरेंस ट्रेनिंग, आईस वॉल क्लाईमबिंग, एवलान्च एंड क्रेवास रेस्कयू और सर्वाइवल ड्रिल का कड़ा प्रशिक्षण लिया.
भारतीय सेना के मुताबिक, अपनी एक वर्ष की सेवा में ही कैप्टन शिवा ने धैर्य और दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन किया है. कैप्टन शिवा ने जुलाई 2022 में कारगिल विजय दिवस के अवसर पर आयोजित सियाचिन युद्ध स्मारक से कारगिल युद्ध स्मारक तक 508 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए सफलतापूर्वक सुरा सोई साइकिलिंग अभियान का नेतृत्व किया था.
कैप्टन शिवा ने इसके बाद सुरा सोई इंजीनियर रेजीमेंट की पुरूष टीम का दुनिया की सबसे ऊंचे रणक्षेत्र में नेतृत्व किया. इसके बाद ही कैप्टन शिवा को सियाचिन बैटल स्कूल में प्रशिषण के लिए चुना गया. भारतीय सेना के मुताबिक, कैप्टन शिवा के नेतृत्व में बंगाल सैपर्स (इंजीनियर्स कोर की टुकड़ी) सियाचिन ग्लेशियर पर कॉम्बेट इंजानियरिंग से जुड़े कार्यों के लिए जिम्मेदार होगी. वे तीन महीने तक वहां तैनात रहेंगी.
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