Chandrayaan-3: मिशन की लॉन्चिंग से लेकर अब तक कैसा रहा सफर? देखिए वो शानदार तस्वीरें जो चंद्रयान ने भेजी
इसरो ने 20 जुलाई को इंटरनेशनल मून डे-2023 पर ये फोटो शेयर की थी. इसरो ने कहा कि था कि भारत के चंद्रयान-3 ने चंद्रमा के करीब एक कदम आगे बढ़ाकर इंटरनेशनल मून डे मनाया है. तब यान ने चौथी ऑर्बिट मेन्यूवरिंग पूरी की थी.
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View In Appइसरो ने ये तस्वीर 25 जुलाई को जारी की थी. तब चंद्रयान-3 को अगली ऑर्बिट में स्थापित करने की प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी की गई थी.
5 अगस्त को चंद्रयान-3 सफलतापूर्वक चंद्रमा की कक्षा में स्थापित हो गया. इस दौरान आर्बिट 164 किमी x 18074 किमी रह गई थी. ये फोटो इसरो ने 5 अगस्त को शेयर की थी.
ये फोटो इसरो ने 6 अगस्त को जारी की थी. तब चंद्रयान-3 को चंद्रमा की सतह के और नजदीक भेजने की प्रक्रिया की गई. इसके बाद यान की कक्षा घटकर 170 किमी x 4313 किमी रह गई थी.
इसरो ने 6 अगस्त को चंद्रयान-3 के कैमरे में कैद हुई चंद्रमा की पहली वीडियो जारी की थी. ये चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश करने के बाद का नजारा था. वीडियो में चंद्रमा पर नीले हरे रंग के कई गड्ढे दिखाई दिए थे.
अंतरिक्ष यान पर लगे लैंडर हॉरिजॉन्टल वेलोसिटी कैमरे (एलएचवीसी) से ये फोटो ली गई थी. इसरो ने ट्वीट किया था, चंद्रयान -3 मिशन लॉन्च के दिन लैंडर इमेजर (एलआई) कैमरे से चंद्र कक्षा में प्रवेश के एक दिन बाद एलएचवीसी से चंद्रमा की फोटो ली गई.
ये फोटो पृथ्वी की है जोकि लैंडर इमेजर (एलआई) कैमरे से ली गई. ये तस्वीर 14 जुलाई को ली गई थी, जब श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से चंद्रयान-3 मिशन लॉन्च किया गया था.
इसरो ने ये फोटो 9 अगस्त को जारी की थी तब एक और प्रक्रिया के बाद चंद्रयान-3 की कक्षा घटकर 174 किमी x 1437 किमी रह गई थी.
चंद्रयान-3 के प्रोपल्शन मॉड्यूल से लैंडर 17 अगस्त को सफलतापूर्वक अलग हो गया था तब इसरो ने ये फोटो शेयर की थी.
इसरो ने 18 अगस्त को चांद की ये फोटो शेयर की थी. इसे 15 अगस्त को लैंडर पोजीशन डिटेक्शन कैमरा (एलपीडीसी) ने कैप्चर किया था.
चंद्रयान-3 के लैंडर इमेजर (एलआई) कैमरा ने 17 अगस्त को लैंडर मॉड्यूल के प्रोपल्शन मॉड्यूल से अलग होने के ठीक बाद ये फोटो ली थी. इसरो ने 18 अगस्त को ये फोटो जारी की थी.
इसरो ने ये तस्वीर 20 अगस्त को शेयर की थी. तब चंद्रयान-3 मिशन के लैंडर मॉड्यूल ने दूसरा और अंतिम डीबूस्टिंग ऑपरेशन सफलतापूर्वक पूरा किया था. इसके बाद चांद से दूरी को 25 किमी x 134 किमी तक कम कर दिया था.
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने लैंडर हजार्ड डिटेक्टशन एंड अवॉइडेंस कैमरा (एलएचडीएसी) में कैद की गई चंद्रमा की लूनर फार साइड की तस्वीरें 21 अगस्त को जारी की.
इसरो ने कहा कि रोवर के साथ लैंडर मॉड्यूल के 23 अगस्त को शाम तकरीबन छह बजकर चार मिनट पर चंद्रमा की सतह पर उतरने की संभावना है. चांद के साउथ पोल पर अभी तक कोई नहीं पहुंचा है.
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