Bharat Jodo Yatra: हाथों में तिरंगा थाम राहुल गांधी ने शुरू की 'भारत जोड़ो यात्रा', देखें तस्वीरें
कांग्रेस की 'भारत जोड़ो' यात्रा का आगाज हो गया है. कांग्रेस ने इसे पूरे देश की यात्रा बताया है. इस यात्रा में हर दिन 25 किलोमीटर की पदयात्रा होगी और 150 दिन में 3500 किलोमीटर का सफर तय किया जाएगा. इसे अब तक की सबसे लंबी पदयात्रा बताया जा रहा है, जिसे आज यानी 7 सितंबर को राहुल गांधी ने हरी झंडी दिखाकर शुरू कर दिया है.
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View In Appकन्याकुमारी से अपने भाषण में राहुल गांधी ने कहा कि मुझे तमिलनाडु आकर बहुत खुशी होती है. 'ऐसा क्यों है कि आजादी के इतनो सालों बाद भारत जोड़ो यात्रा की जरूरत को महसूस किया गया. आज करोड़ों लोग महसूस करते हैं कि भारत को एकजुट करने के लिए कदम उठाने की जरूरत है.
'भारत जोड़ो' यात्रा के दिन की शुरुआत राहुल गांधी ने अपने पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को श्रद्धांजलि देते हुए की. श्रीपेरंबुदूर में उन्हें श्रद्धांजलि दी गई. इस दौरान कांग्रेस ने कहा कि राजीव गांधी के विचार और सीख आज भी राहुल गांधी के लिए हौसले का काम करते हैं. इसी हौसले के साथ यह यात्रा भी शुरू की जाएगी.
इसके बाद तिरुवल्लुवर मेमोरियल में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तिरुवल्लुवर जी को पुष्पांजलि अर्पित की. कांग्रेस का कहना है कि भारत जोड़ो यात्रा एक सकारात्मक राजनीति, शांत चिंतन और नए संकल्प की शुरुआत है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इसके बाद तिरंगे को हाथों में लेकर भारत जोड़ो यात्रा का पहला कदम लिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि यह तिरंगा इस देश में रहने वाले हर व्यक्ति का प्रतिनिधित्व करता है. देश में रहने वाले हर व्यक्ति के धर्म और भाषा का प्रतिनिधित्व करता है और देश के हर एक राज्य का प्रतिनिधित्व करता है.
राहुल गांधी ने यात्रा शुरू करने से पहले विवेकानंद स्मारक पर भी श्रद्धांजलि अर्पित की. साथ ही कन्याकुमारी में कामराज स्मारक का भी दौरा किया और कुमारस्वामी कामराज को श्रद्धांजलि दी.
राहुल गांधी ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से मुलाकात कर उन्हें भी 'भारत जोड़ो यात्रा' के लिए शुभकामनाएं दीं. साथ ही उन्होंने कन्याकुमारी के तट पर एक जनसभा को संबोधित करते हुए यह दावा भी किया कि देश बड़े आर्थिक संकट से घिरा है और त्रासदी की तरफ बढ़ गया है.
कांग्रेस ने यात्रा को लेकर कहा कि यह देश को एक करने की यात्रा है. जब यह मार्च होगी तो इतिहास लिखा जाएगा. कांग्रेस का कहना है कि यह यात्रा एकता की शक्ति दिखाने, कदम से कदम मिलाने और सपनों का भारत बनाने के लिए है.
150 दिन में 3500 किलोमीटर का सफर तय करने वाली इस यात्रा 11 सितंबर को केरल पहुंचेगी और अगले 18 दिनों तक राज्य से होते हुए 30 सितंबर को कर्नाटक पहुंचेगी. हालांकि, इस यात्रा को कमजोर होती कांग्रेस पार्टी में जान फूंकने की कवायद के तौर पर भी देखा जा रहा है.
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