Congress: ज्योतिरादित्य, जितिन प्रसाद से लेकर मिलिंद तक, एक-एक कर साथ छोड़ रहे राहुल गांधी के करीबी, Photos
राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याया यात्रा शुरू होने से पहले महाराष्ट्र में पार्टी को एक बड़ा झटका लगा है. 55 सालों से कांग्रेस के साथ रहे प्रदेश के बड़े नेता मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस को अलविदा कह दिया. अपने इस्तीफे की जानकारी उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए दी. लोकसभा चुनाव से ऐन पहले कांग्रेस के संगठन में इस बिखराव को लेकर एक बार फिर यह चर्चा तेज हो गई है कि हाल के दिनों में कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने पार्टी का साथ क्यों छोड़ दिया? इनमें से अधिकतर नेता राहुल गांधी के खास रहे हैं.
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View In Appकैप्टन अमरिंदर सिंह - नवंबर 2021 में कांग्रेस के बड़े नेताओं में शामिल रहे कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पार्टी का साथ छोड़ दिया था. वह पंजाब के मुख्यमंत्री थे लेकिन नवंबर 2021 में पार्टी से अनबन के बाद उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने पंजाब लोक कांग्रेस नाम से अलग पार्टी बनाई है और 2022 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा.
गुलाम नबी आजाद - इंदिरा गांधी के जमाने से लेकर राहुल गांधी के जमाने तक, कांग्रेस के बड़े नेताओं में शामिल रहे गुलाम नबी आजाद ने भी अगस्त 2022 में पार्टी को अलविदा कह दिया था. जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री रहे आजाद ने डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी के नाम से अलग पार्टी बनाई है.
आरपीएन सिंह - इसी तरह से जनवरी 2022 में आरपीएन सिंह ने भी कांग्रेस का साथ छोड़ दिया था. झारखंड और छत्तीसगढ़ के प्रभारी रहे सिंह ने बाद में बीजेपी की सदस्यता ले ली.
जिन अन्य नेताओं ने कांग्रेस को अलविदा कहा उनमें जून 2021 में जितिन प्रसाद ने इस्तीफा देकर बीजेपी की सदस्यता ले ली. सितंबर 2021 में गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री लुइजिन्हो फ्लेरियो ने इस्तीफा देकर टीएमसी की सदस्यता ले ली. मेघालय के पूर्व मुख्यमंत्री रहे मुकुल संगमा ने भी नवंबर 2021 में इस्तीफा देकर टीएमसी की सदस्यता ली.
फरवरी 2022 में चुनाव से ठीक पहले अश्विनी कुमार ने इस्तीफा दिया जो पूर्व में केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं. असम कांग्रेस के पूर्व प्रमुख रिपुन बोरा ने भी अप्रैल 2022 में कांग्रेस को अलविदा कह दिया था.
ज्योतिरादित्य सिंधिया- कांग्रेस के धाकड़ नेताओं में शामिल रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी मार्च 2020 में पार्टी का साथ छोड़ दिया था. वह चार बार से सांसद हैं और वर्तमान में बीजेपी सरकार में सिविल एविएशन मिनिस्टर हैं.
सुष्मिता देव - अगस्त 2021 में कांग्रेस प्रवक्ता रहीं सुष्मिता देव ने भी पार्टी छोड़ दी थी. मूल रूप से बंगाली समुदाय की सुष्मिता और उनके परिवार का असम के साथ ही त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल में भी प्रभाव रहा है.
कपिल सिब्बल - सुप्रीम कोर्ट के धाकड़ वकीलों में शामिल दिग्गज नेता कपिल सिब्बल ने भी मई 2022 में कांग्रेस को अलविदा कह दिया था. कांग्रेस की सरकार में पूर्व केंद्रीय मंत्री रहे सिब्बल ने तब राज्यसभा चुनाव के लिए निर्दलीय नामांकन भी भरा था जिन्हें समाजवादी पार्टी (SP) का समर्थन मिला था.
जबकि मई 2022 में सुनील जाखड़ और पाटीदार समाज के बड़े नेता रहे हार्दिक पटेल ने भी कांग्रेस छोड़ दी थी. सुनील जाखड़ और हार्दिक पटेल ने बाद में बीजेपी की सदस्यता ले ली थी.
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