तस्वीरों में: दिल्ली में चिलचिलाती गर्मी के बीच हुई राहत की बारिश, लू से परेशान लोगों के चेहरे पर दिखी मुस्कान
दिल्ली में शुक्रवार को लगातार चौथे दिन लू ने लोगों के पसीने छुड़ा दिए. लेकिन शाम को चिलचिलाती गर्मी के बीच मौसम ने मिजाज बदला और अचानक कुछ देर की बारिश और ठंडी हवाओं से भीषण गर्मी का सामना कर रहे लोगों के चेहरे खिलखिला उठे. (तस्वीर: पीटीआई)
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View In Appसफदरजंग वेधशाला में अधिकतम तापमान गुरुवार को दर्ज किए गए तापमान से दो डिग्री कम 41.3 डिग्री सेल्सियस रहा. न्यूनतम तापमान 27.1 डिग्री सेल्सियस रहा. शाम के समय दिल्ली में कुछ देर हुई बारिश से तापमान कुछ कम हुआ. (तस्वीर: पीटीआई)
मौसम विज्ञान कार्यालय ने कहा कि पालम में निगरानी स्टेशन में 26 मिलीमीटर (मिमी) बारिश, लोधी रोड में 2.5 मिमी और सफदरजंग में 0.4 मिमी बारिश दर्ज की गई. (तस्वीर: पीटीआई)
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि शनिवार को आसमान में बादल छाए रहने और हल्की बारिश का अनुमान है. उसने कहा कि अधिकतम तापमान में दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है. हालांकि यह राहत कुछ समय के लिए हो सकती है. (तस्वीर: पीटीआई)
रविवार से अगले सप्ताह बुधवार तक अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है और उमस लोगों की परेशानी बढायेगी. (तस्वीर: पीटीआई)
राष्ट्रीय राजधानी में बृहस्पतिवार को अधिकतम तापमान 43.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो 2012 के बाद जुलाई में दर्ज किया गया सर्वाधिक तापमान था. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि शहर में सात जुलाई तक मानसून आने की ‘‘कोई संभावना’’ नहीं है. (तस्वीर: पीटीआई)
मैदानी इलाकों के लिए, ‘‘लू’’ की स्थिति तब घोषित की जाती है जब अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो और सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री अधिक हो. आईएमडी के अनुसार यदि सामान्य तापमान 6.5 डिग्री सेल्सियस से अधिक है, तो ‘‘गंभीर’’ लू की स्थिति घोषित की जाती है. (तस्वीर: पीटीआई)
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि अरब सागर से आने वाली दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के कारण शनिवार से लू की तीव्रता और इसके क्षेत्र के दायरे में कमी आने की संभावना है. उन्होंने कहा कि लेकिन उमस बढ़ने से अगले सात दिनों में ज्यादा राहत नहीं मिलेगी. उन्होंने कहा कि दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में सात जुलाई तक मानसूनी बारिश होने का कोई अनुमान नहीं है और उसके बाद इस महीने के मध्य तक इस क्षेत्र में सामान्य से कम बारिश होगी. (तस्वीर: पीटीआई)
मौसम विभाग ने पहले अनुमान जताया था कि मानसून 12 दिन पहले यानी 15 जून तक दिल्ली पहुंच सकता है. हालांकि, पछुआ हवाएं दिल्ली, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में इसको आगे बढ़ने को रोक रही हैं. (तस्वीर: पीटीआई)
आमतौर पर मानसून 27 जून तक दिल्ली पहुंच जाता है और आठ जुलाई तक पूरे देश में आ जाता है. पिछले साल मानसून 25 जून को दिल्ली पहुंच गया था और 29 जून तक पूरे देश में आ गया था. (तस्वीर: पीटीआई)
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