Desh Ka Mood: जानिए तमाम मुद्दों पर क्या है 'देश का मूड'
देश की सियासत पर सबसे बड़े सर्वे में लोगों से पूछा गया कि किसान आंदोलन से सरकार को नुकसान होगा? देखिए लोगों ने क्या कहा
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View In Appदेश की सियासत पर सबसे बड़ा सर्वे में लोगों से जब पूछा गया कि वैक्सीन पर सरकार का कामकाज कैसा है? तो देखिए कितने फीसदी लोगों ने क्या कहा
क्या किसान आंदोलन से सरकार को नुकसान होगा? इस सवाल के जवाब में 52 फीसदी लोगों ने माना कि किसान आंदोलन से सरकार को नुकसान होगा. जबकि 34 फीसदी ऐसा नहीं मानते और 14 फीसदी ने कहा पता नहीं.
क्या कोरोना को बढ़ा-चढ़ा कर बताया गया. इसके जवाब में 53 फीसदी लोगों ने कहा हां जबकि 34 फीसदी लोगों ने कहा कि नहीं ऐसा नहीं है.
केंद्र सरकार के कामकाज से लॉकडाउन के दौरान कितने लोग खुश हैं ? इसके जवाब में लोगों ने कहा कि लॉकडाउन 1- 78%, लॉकडाउन 2- 82%, लॉकडाउन 3- 82% और लॉकडाउन 4- 82% लोग केंद्र के काम से खुश हैं.
पीएम के काम से कितने संतुष्ट हैं ? इसके जवाब में 71 फीसदी लोग खुश दिखे, 26 फीसदी नाखुश दिखे जबकि 03 फीसदी ने कहा कि कह नहीं सकते हैं.
PM पद की पसंद कौन है ? इसके जवाब में पीएम मोदी- 55%, राहुल- 11%, ममता- 1%, केजरीवाल- 5%, मायावती- 1%, प्रियंका- 1%, अन्य- 12%, कह नहीं सकते- 14% लोगों ने कहा.
PM पद के लिए कौन बेहतर ? इस सवाल के जवाब में पीएम मोदी का नाम 60 फीसदी लोगों ने लिया जबकि राहुल गांधी को 26 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे पीएम पद के बेहतर उम्मीदवार हैं. वहीं सात फीसदी लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने कहा है कि वे दोनों को पीएम पद का बेहतर उम्मीदवार नहीं मानते हैं. सात फीसदी ने कहा कि वह कह नहीं सकते हैं.
राहुल गांधी से आप कितने संतुष्ट हैं, इसके जवाब में 39 फीसदी लोगों ने कहा कि वे खुश हैं. वहीं 44 फीसदी नाखुश रहे, जबकि कह नहीं सकते 17 फीसदी लोगों ने कहा.
राहुल-प्रियंका में किसे कांग्रेस अध्यक्ष बनना चाहिए ? इस सवाल के जवाब में सर्वे में 32 फीसदी लोगों ने राहुल गांधी का नाम लिया तो वहीं 35 फीसदी ने प्रियंका गांधी का नाम लिया. जबकि 33 फीसदी लोगों ने कहा कि वे दोनों को बतौर कांग्रेस अध्यक्ष नहीं देखना चाहते हैं.
गृहमंत्री अमित शाह के काम से कितने फीसदी लोग देश में संतुष्ट हैं. इसके जवाब में 58 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वह संतुष्ट हैं. वहीं 28 फीसदी लोगों ने कहा कि वह असंतुष्ट हैं. जबकि 14 फीसदी लोगों ने कहा कि वे कुछ कह नहीं सकते हैं.
अगर आज लोकसभा चुनाव हुए तो किसके जीतने की संभावना है. इसके जवाब में लोगों ने 58 फीसदी NDA को समर्थन दिया जबकि 28 फीसदी UPA के साथ दिखे.
एनडीए शासित राज्यों में लोग कितने खुश हैं ? इस सवाल के जवाब में अलग-अलग राज्यों में लोगों ने अलग अलग जवाब दिए. असम में 43 फीसदी लोग मुख्यमंत्री से खुश दिखी तो वहीं 54 % प्रधानमंत्री से, बिहार में 37 फीसदी CM से तो वहीं 54 फीसदी प्रधानमंत्री से, गोवा में 49 फीसदी CM से और 80 फीसदी प्रधानमंत्री से, गुजरात में 47 फीसदी सीएम से और 62 फीसदी प्रधानमंत्री से, हरियाणा में आठ तो वहीं प्रधानमंत्री 24 फीसदी लोग खुश हैं. इसके अलावा हिमाचल में 36 फीसदी सीएम से और 70 फीसदी प्रधानमंत्री से, कर्नाटक में 40 फीसदी CM से तो वहीं 46 फीसदी, एमपी में 51 फीसदी CM से तो वहीं 68 फीसदी प्रधानमंत्री से और यूपी में 35 फीसदी CM से तो वहीं 23 फीसदी प्रधानमंत्री के कामकाज से खुश हैं.
देश के 31 मुख्यमंत्रियों में से सबसे अच्छे और सबसे खराब प्रदर्शन वाले मुख्यमंत्री कौन हैं? इस सवाल को लेकर आपके चैनल एबीपी न्यूज़ ने देश का मूड जानने की कोशिश की है. सर्वे में सबसे अच्छे 3 मुख्यमंत्रियों में बीजेपी का मुख्यमंत्री शामिल नहीं है. सर्वे के मुताबिक, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक देश के सबसे पॉपुलर मुख्यमंत्री हैं. इस कड़ी में दूसरा नाम दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का है और तीसरा नाम आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी का है. वहीं, दूसरी ओर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर और पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह को अपने-अपने राज्यों में कम लोगों ने पसंद किया है. यानी इन तीनों की लोकप्रियता कम है. सर्वेक्षण में शामिल 11 राज्य के मुख्यमंत्रियों की लोकप्रियता का औसत कुल मुख्यमंत्रियों का 42.8 फीसदी है.
साल 2021 का पहला सर्वे आ गया है. ABP न्यूज के लिए C VOTER ने देश का मूड जाना है. इस सर्वे में देश की सभी 543 लोकसभा सीटों के लोगों ने हिस्सा लिया है. सर्वे में 30 हजार से ज्यादा लोग शामिल हैं. सर्वे के सवालों का जवाब पिछले 12 हफ्तों में लिए गए हैं. इस सर्वे में लोगों से पूछा गया कि केंद्र के कामकाज से राज्य में लोग कितने खुश ? इसके जवाब में 66 फीसदी लोगों ने कहा कि वह केंद्र सरकार के कामकाज से खुश हैं. वहीं 30 फीसदी लोग नाखुश हैं. जबकि चार फीसदी लोगों ने कहा है कि वह कुछ कह नहीं सकते.
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