छोटी दीपावली पर मणिपुर के गांव में ड्रोन से धमाका, जान बचाकर भागे लोग
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह विस्फोट लामशांग थाना क्षेत्र के कडांगबंद पार्ट-टू गांव में ओकराम हरिदास के घर के पास हुआ. जानकारी के अनुसार इस विस्फोट में किसी प्रकार की हताहत नहीं हुई है.
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View In Appविस्फोट का कारण और घटना के पीछे कौन है इसका अभी पता नहीं चल पाया है. एक सीनियर पुलिस अधिकारी अतिरिक्त सुरक्षा बलों के साथ इलाके में पहुंचे और अपराधियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू किया.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि विस्फोट के तुरंत बाद कई गांव वाले घबराकर सुरक्षित इलाकों की ओर चले गए. स्थानीय लोगों ने दावा किया कि ये विस्फोट ड्रोन के कारण हुआ. हालांकि, विस्फोट के पीछे ड्रोन के इस्तेमाल की कोई पुष्टि नहीं हुई है.
कडांगबंद गांव आदिवासी बहुल कांगपोकपी जिले की तलहटी के पास स्थित है. जहां पिछले कुछ दिनों में कई घटनाएं और हमले हुए हैं. कडांगबंद गांव कोत्रुक गांव से 6 किलोमीटर दूर स्थित है.
1 सितंबर को राज्य के पहले ड्रोन बम हमले में एक 31 साल की महिला की मौत हो गई थी और पीड़ित की बेटी सहित 12 अन्य घायल हो गए थे. बताया जा रहा है कि बुधवार (30 अक्टूबर) को हुआ विस्फोट इंफाल पश्चिम जिले में ही हुआ है.
इससे तीन दिन पहले सोमवार (28 अक्टूबर) को राजभवन से 100 मीटर से भी कम दूरी पर स्थित घनप्रिया महिला महाविद्यालय के गेट पर एक शक्तिशाली जिंदा हथगोला बरामद किया गया था. पुलिस को अभी तक जिंदा हथगोला बरामद होने के बारे में सुराग नहीं मिल पाया है.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि एक प्रमुख महिला महाविद्यालय के सामने एक महत्वपूर्ण स्थान पर जिंदा हथगोला बरामद होने से इंफाल पश्चिम जिले के लोगों में दहशत फैल गई. महिला महाविद्यालय राज्यपाल के घर से 100 मीटर से भी कम दूरी पर और मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के आधिकारिक आवास और मणिपुर पुलिस मुख्यालय से 300 मीटर की दूरी पर स्थित है.हथगोला बरामद होने की घटना ऐसे समय हुई है जब इंफाल घाटी में कई शैक्षणिक संस्थानों को कथित तौर पर जबरन वसूली की धमकियां मिल रही हैं.
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