मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सीसी ने पीएम मोदी से की मुलाकात, क्या हुई बात? देखें तस्वीरें
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘हमने आज अपने रक्षा उद्योगों के बीच सहयोग को और मज़बूत करने, आतंकवाद से निपटने संबंधी सूचना एवं खुफिया जानकारी का आदान-प्रदान बढ़ाने का भी निर्णय लिया है.’’ उन्होंने कहा कि इस वर्ष भारत ने अपनी जी20 की अध्यक्षता के दौरान मिस्र को अतिथि देश के रूप आमंत्रित किया है, जो हमारी विशेष मित्रता को दर्शाता है.
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View In Appमिस्र के राष्ट्रपति अल-सीसी ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ वार्ता के बाद कहा, ‘‘ हमने क्षेत्रीय, वैश्विक मुद्दों पर बातचीत की; द्विपक्षीय रक्षा सहयोग पर भी विचार-विमर्श किया.’’ दोनों नेताओं के बीच बैठक के बाद छह समझौतों/समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए और दोनों देशों के राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ पर एक स्मृति डाकटिकट का आदान प्रदान किया गया.
भारत और मिस्र के बीच हुए समझौतों में एक महत्वपूर्ण समझौता दोनों देशों के संबंधों को ‘सामरिक भागीदारी’ के स्तर पर ले जाने का है जिसमें राजनीतिक, सुरक्षा, रक्षा, ऊर्जा और आर्थिक संबंधों के आयाम शामिल हैं.दोनों देशों ने राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ पर एक स्मृति डाक टिकट का आदान प्रदान किया. यह आदान प्रदान भारत की ओर से रेल, संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव और मिस्र की ओर से वहां के संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. अहमद समीह तलत ने किया.
इसके अलावा दोनों देशों ने भारत के कम्प्यूटर आपात प्रतिक्रिया दल और मिस्र के कम्प्यूटर आपात प्रतिक्रिया दल के बीच साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग पर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए.भारत और मिस्र ने सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में सहयोग, संस्कृति के क्षेत्र में सहयोग तथा युवा मामलों के क्षेत्र में सहयोग पर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए.
इसके साथ ही, दोनों देशों के बीच प्रसारण के क्षेत्र में सहयोग पर भी समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए. यह भारत के प्रसार भारती और मिस्र के नेशनल मीडिया आथोरिटी के बीच हुआ.इससे पहले, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति अल सीसी के बीच बैठक की तस्वीर के साथ ट्वीट किया, ‘‘मिस्र के साथ हमारे संबंधों, एशिया के साथ अफ्रीका के सम्पर्कों के नैसर्गिक सेतु को प्रगाढ़ बनाते हुए.’’
उन्होंने कहा, ‘‘ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति अल सीसी ने दोनों देशों के बहुआयामी संबंधों को गति प्रदान करने के लिये बातचीत की जो सभ्यतागत, सांस्कृतिक और आर्थिक सम्पर्कों और लोगों के बीच गहरे संबंधों पर आधारित है.’’सीसी 26 जनवरी को होने जा रहे गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि हैं. उनके साथ एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आया है.
यह पहला मौका है जब मिस्र के राष्ट्रपति को गणतंत्र दिवस समारोहों में मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया है. मिस्र की सेना की एक टुकड़ी भी गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा लेगी.वहीं, बुधवार को सुबह मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतह अल-सीसी का राष्ट्रपति भवन में पारंपरिक स्वागत किया गया.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता बागची ने ट्वीट किया, ‘‘राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में मिस्र के राष्ट्रपति अल सीसी का पारंपरिक स्वागत किया.’’ इस अवसर पर वहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी आगवानी की. बागची ने बताया कि मिस्र के राष्ट्रपति को 21 तोपों की सलामी दी गई.
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