Air Pollution: हवा में जहर करोड़ों का घुटता है दम, फिर भी क्यों पराली जलाते हैं पंजाब के किसान?
दिल्ली में प्रदूषण रोकथाम के लिए पड़ोसी राज्यों पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान में पराली जलाने पर सख्त प्रतिबंध के सुप्रीम कोर्ट के कड़े रुख के बावजूद कोई सकारात्मक कदम नहीं दिख रहा. पंजाब में बुधवार (15 नवंबर) को पराली जलाने की 2,544 घटनाएं दर्ज की गई हैं.
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View In App15 सितंबर के बाद से आज तक पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं की संख्या 30 हजार 661 हो गई है. इससे राजधानी दिल्ली की हवा एक बार फिर जहरीली होने लगी है.
राजधानी दिल्ली के साथ ही पड़ोसी राज्य हरियाणा में हवा की गुणवत्ता 'बहुत खराब' स्थिति में पहुंच गई है. दिल्ली में शाम चार बजे 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 401 दर्ज किया गया.
हरियाणा के नारनौल में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 416 और हिसार में 375 दर्ज किया गया. पंजाब के बठिंडा में एक्यूआई 361 दर्ज किया गया. एक्यूआई 50 को सामान्य माना जाता है उसके बाद इसमें बढ़ोतरी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है.
पंजाब में 2021 और 2022 में 15 सितंबर से 15 नवंबर के बीच 67 हजार 20 और 45 हजार 464 पराली जलाने की घटनाएं दर्ज की गईं थीं. पराली जलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पंजाब के सभी जिलों में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है और अगर कोई पराली जलाता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
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