गणपति बप्पा मोरया: देशभर में यूं किया गया गणेश विसर्जन
देश के अलग-अलग हिस्सों में गुरुवार (28 सितंबर) को गणेश विसर्जन किया गया. इस दौरान कई जगहों से शानदार तस्वीरें सामने आई हैं. मुंबई में गणेश विसर्जन जुलूस के दौरान भक्तों की जबरदस्त भीड़ देखने को मिली.
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View In Appमुंबई में भगवान गणेश की लालबागचा राजा की मूर्ति के विसर्जन से पहले जुलूस के दौरान हजारों भक्त ने जश्न मनाया.
जम्मू कश्मीर के अखनूर में भी गणेश उत्सव मनाया गया. एक तस्वीर में लड़की को गणेश चतुर्थी उत्सव के समापन के दौरान चिनाब नदी में विसर्जन के लिए भगवान गणेश की मूर्ति ले जाते देखा जा सकता है.
नई दिल्ली में भी गणेश विसर्जन दौरान भक्तों में उत्साह दिखा. यहां विसर्जन के दौरान भक्तों ने बप्पा की मूर्ति को एक कुंड में विसर्जित किया.
गुजरात के सूरत में श्रद्धालु बप्पा की विशाल मूर्ति को ट्रेक्टर पर लादकर विसर्जन के लिए ले गए.
हैदराबाद में भक्त बप्पा की कई मूर्तियों को एक साथ विसर्जन के लिए ले गए. यहां डॉ बीआर अंबेडकर तेलंगाना सचिवालय के पास भक्त गणेश विसर्जन के जुलूस में भाग लिया.
तेलंगाना सचिवालय के पास गणेश विसर्जन के दौरान श्रद्धलुओं की अपार भीड़ नजर आई. इस दौरान भक्त नाचते गाते दिखाई दिए.
मुंबई में भक्तों ने गणेश विसर्जन को मौके पर गिरगांव चौपाटी के समुद्र किनारे भगवान गणेश की मूर्तियों का विसर्जन किया.
गुजरात के अहमदाबाद में भक्तों ने धूमधाम से गणेश विसर्जन किया. यहां क्रेन से बप्पा की विशाल मूर्ति का विसर्जन किया गया.
मुंबई में 10 दिवसीय गणेश उत्सव के समापन पर विभिन्न गणेश मंडलों द्वारा ढोल-नगाड़ों और ‘गणपति बप्पा मोरया’ के जयकारों के साथ प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए जुलूस निकाले गए.
बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) के एक अधिकारी ने बताया कि शाम छह बजे तक कुल 7,950 प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया, जिनमें घरों में स्थापित की गईं 7513, सार्वजनिक स्थानों पर स्थापित की गईं 329 और देवी गौरी की 108 प्रतिमाएं शामिल हैं.
बीएमसी के आंकड़ों के मुताबिक 7,950 में से 2,199 प्रतिमाओं का विसर्जन नगर निकाय द्वारा स्थापित आर्टिफिशियल तालाबों में किया गया.
भगवान गणेश के विभिन्न रूपों और आकारों की सुसज्जित प्रतिमाओं को प्रार्थना, अगले बरस फिर से आने के अनुरोध, संगीत और नृत्य के साथ विसर्जन के लिए पंडालों से बाहर निकाला गया.
अपने प्रिय देवता की एक झलक पाने के लिए सुबह से ही शहर के विभिन्न स्थानों पर भक्तों की भीड़ उमड़ी. ‘गणेश चतुर्थी’ के साथ 19 सितंबर को शुरू हुआ यह उत्सव गुरुवार (28 सितंबर) को ‘अनंत चतुर्दशी’ पर अरब सागर और यहां के अन्य जलाशयों में गणपति प्रतिमाओं के विसर्जन के साथ समाप्त हो गया.
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