Election Results 2024
(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Corona Vaccination अभियान की पहली वर्षगांठ पर विशेष डाक टिकट जारी, पढ़ें बड़ी बातें
देश में कोविड-19 टीकाकरण अभियान के एक वर्ष पूरा होने के अवसर पर रविवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने स्वदेश निर्मित टीके 'कोवैक्सीन' पर आधारित डाक टिकट जारी किया. साथ ही कहा कि देश की 70 फीसदी वयस्क आबादी को टीके की दोनों खुराक जबकि 93 फीसदी को पहली खुराक दी जा चुकी है. विशेष डाक टिकट में एक स्वास्थ्यकर्मी को बुजुर्ग लाभार्थी को टीके की खुराक देते दर्शाया गया है. साथ ही टिकट पर कोवैक्सीन की शीशी भी दिखाई गई है.
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View In Appविशेष डाक टिकट जारी करने के लिए आयोजित कार्यक्रम को ऑनलाइन संबोधित करते हुए मांडविया ने कहा कि यह भारतीयों के लिए गर्व का पल है और पूरा विश्व भारत के कोविड-रोधी टीकाकरण अभियान की उपलब्धि से अचंभित है. उन्होंने इस सफल अभियान को अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए एक प्रेरणास्त्रोत भी करार दिया.
मांडविया ने कहा कि पिछले साल 16 जनवरी को जब टीकाकरण अभियान की शुरुआत की गई थी, तब कुछ लोगों ने टीकाकरण अभियान को लेकर संशय जाहिर किया था और स्वदेशी टीके के प्रभावी और सुरक्षित होने के संबंध में भ्रामक प्रचार किया गया. हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दृढ़ निश्चयी थे और उन्होंने वैज्ञानिकों और कंपनियों का उत्साहवर्धन जारी रखा.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने स्वास्थ्य क्षेत्र के पेशेवरों और वैज्ञानिक समुदाय का आभार जताते हुए कहा, ' हमारा टीकाकरण अभियान, इस बात का उदाहरण है कि अगर नागरिक जनभागीदारी की भावना के साथ आगे आएं तो भारत क्या उपलब्धि हासिल कर सकता है. यह 'आत्मनिर्भर भारत' का एक बेहतरीन उदाहरण है. '
मांडविया ने कहा, 'भारत इतनी बड़ी आबादी और विविधता के बावजूद 156 करोड़ खुराक देने की उपलब्धि हासिल करने में कामयाब रहा. कोविड टीकाकरण अभियान के एक साल पूरा होने के अवसर पर आईसीएमआर और भारत बायोटेक द्वारा विकसित स्वदेशी टीके पर आधारित डाक टिकट जारी किया गया है, जोकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करता है.'
कोविड रोधी देशव्यापी टीकाकरण अभियान पिछले साल 16 जनवरी से तब शुरू हुआ था, जब पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों को टीके की खुराकें दी गईं थीं. इसके बाद अग्रिम मोर्चे के अन्य कर्मियों के लिए टीकाकरण दो फरवरी से शुरू हुआ था. कोविड-19 टीकाकरण का अगला चरण एक मार्च से शुरू हुआ, जिसमें 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों और 45 वर्ष से अधिक उम्र के उन लोगों को टीका लगाया गया, जिन्हें अन्य गंभीर बीमारियां थी.
अभियान के अगले चरण में 45 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों का टीकाकरण एक अप्रैल से शुरू हुआ था. सरकार ने 18 साल से ऊपर के सभी लोगों के टीकाकरण की अनुमति देकर अभियान का दायरा एक मई 2021 से और बढ़ा दिया था. इसके बाद 15 से 18 आयु वर्ग के किशोर-किशोरियों के लिए कोविड-19 टीकाकरण अभियान का अगला चरण इस साल तीन जनवरी से शुरू हुआ.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया है कि टीकाकरण के लिए काफी कम जनसंख्या वाले कई विकसित पश्चिमी देशों की तुलना में भारत का टीकाकरण कार्यक्रम सबसे सफल और सबसे बड़े टीकाकरण कार्यक्रमों में से एक रहा है. इसके अलावा मांडविया ने कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण अभियान (Vaccination campaign) को एक साल पूरा होने पर सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक(Sand artist Sudarsan Pattnaik) की बनाई कलाकृती को भी शेयर किया है.
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