किस मामले में छोड़ना पड़ा CM पद, क्यों सलाखों के पीछे पहुंचे हेमंत सोरेन, आसान भाषा में समझें
झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन से ईडी पूछताछ कर रही है. शुक्रवार (2 फरवरी) को कोर्ट ने हेमंत सोरेन को पांच दिन की रिमांड में भेजा है. ऐसे में एक सवाल आपके मन में होगा कि एक मुख्यमंत्री ने कुर्सी पर रहते हुए ऐसा क्या किया, जिसकी वजह से उनकी कुर्सी चली गई और अब वे कानून के शिकंजे में हैं.
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View In Appईडी ने अप्रैल 2023 में जमीन घोटाले के सिलसिले में कई माफियाओं के खिलाफ छापेमारी की थी. उस समय बड़गई के राजस्व अधिकारी भानू प्रताप के घर भी छापेमारी हुई थी. इसी घर से ईडी को 11 ट्रक दस्तावेज मिले थे. इन्हीं दस्तावेजों की जांच के दौरान घोटाले की जद में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी आ गए.
ईडी की जांच में ये बात सामने आई कि बरियातू में कुल 8.46 एकड़ जमीन के 12 प्लॉट हैं. यह जमीन अलग-अलग लोगों के नाम पर है लेकिन इस पर हेमंत सोरेन का कब्जा है. इसी मामले में पूछताछ के लिए ईडी की टीम ने हेमंत सोरेन को कई बार समन भेजा, लेकिन वे पेश नहीं हुए
यहां तक की हेमंत सोरेन 24 घंटे से ज्यादा वक्त के लिए पिछले हफ्ते गायब भी हो गए थे. बताया जाता है कि जमीन घोटाले की जांच के दौरान राजस्व अधिकारी भानू प्रताप और अंचल अधिकारी मनोज कुमार ने हेमंत सोरेन के खिलाफ गवाही दी थी.
पिछले साल 20 अप्रैल को भानु प्रताप ने ईडी को बताया था कि उन्हें अंचल अधिकारी मनोज कुमार ने जमीन की मापी के दौरान कहा था कि जमीन बॉस की है. इस घोटाले में 12 से ज्यादा अधिकारी और कर्मचारी पहले से गिरफ्तार हो चुके हैं.
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