एक्सप्लोरर
HMPV Virus Protection: HMPV के लिए वैक्सीन तो है नहीं फिर संक्रमण कैसे ठीक होगा, जानें क्या कह रहे डॉक्टर
HMPV Virus: भारत में HMPV वायरस के फैलने से चिंता बढ़ रही है, लेकिन डॉक्टरों के मुताबिक यह कोरोना जैसे गंभीर हालात पैदा नहीं कर सकता. हालांकि बच्चों और बुजुर्गों के लिए ये खतरनाक हो सकता है.

डॉ. अतुल गोयल ने कहा कि कोरोना महामारी के बाद HMPV वायरस अब एक नया खतरा सामने आ रहा है. जब देश पहले कोरोना के खतरे से जूझ रहा था वहीं अब इस वायरस की वजह से लोगों की चिंताएं बढ़ने लगी हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि अगर ये वायरस फैलता है तो हम अपनी सुरक्षा के लिए कौन सी वैक्सीन लगवाएं? हालांकि डॉक्टरों के मुताबिक इस वायरस को लेकर बहुत ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है.
1/7

डॉ. अतुल गोयल के अनुसार HMPV वायरस भारत में पहले से ही मौजूद है, लेकिन इसका प्रभाव इतना गंभीर नहीं है. ये वायरस पिछले 200-400 सालों से मौजूद है और अब ये केवल इंसानों को संक्रमित करता है जबकि पहले ये पक्षियों को भी प्रभावित करता था. वैज्ञानिक इसे एक कमजोर वायरस मानते हैं जिसकी वजह से कोरोना जैसे हालात पैदा होने की संभावना कम है.
2/7

गोयल ने आगे बताया कि HMPV वायरस के लिए फिलहाल कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं है. साथ ही इस वायरस के लिए कोई विशेष एंटीवायरल दवाई भी नहीं है. डॉक्टरों का कहना है कि सर्दी-खांसी की दवाएं ही इस वायरस से बचाव में मदद कर सकती हैं. हालांकि जिन लोगों को पहले से सांस की प्रॉब्लम है उनके लिए ये वायरस परेशानी की वजह बन सकता है.
3/7

उन्होंने कहा अगर किसी को सर्दी या बुखार जैसी कोई समस्या महसूस हो रही है तो डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है. घर पर आराम करें, मास्क पहनें, और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें. इस वायरस को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है बस सावधानी बरतना जरूरी है ताकि इसे फैलने से रोका जा सके.
4/7

उनका कहना है कि इस वायरस का सबसे ज्यादा असर बच्चों और बुजुर्गों पर पड़ सकता है. विशेष रूप से 5 साल से कम उम्र के बच्चे और 65 साल से ऊपर के बुजुर्ग इस वायरस के शिकार हो सकते हैं.
5/7

गोयल ने आगे बताया कि HMPV वायरस के संक्रमण से होने वाले लक्षण सर्दी और बुखार जैसे सामान्य होते हैं. खांसी और छींक के दौरान निकलने वाले वायरस के कणों से ये दूसरों में फैल सकता है. इसके अलावा हाथ मिलाने, गले मिलने और एक-दूसरे को छूने से भी संक्रमण फैल सकता है.
6/7

अमेरिकी सरकार की सीडीसी के मुताबिक ज्यादा लोग फ्लू की वैक्सीन से पहले ही वैक्सीनेटेड होते हैं जिससे उनकी इम्यूनिटी HMPV वायरस से बचाव करती है. डॉक्टरों का कहना है कि ये वायरस कोरोना की तरह महामारी नहीं बन सकता क्योंकि ये कमजोर वायरस है और इसकी गंभीरता बहुत कम है.
7/7

HMPV वायरस से बचने के लिए सावधानी रखना बेहद जरूरी है. डॉ. अतुल गोयल के अनुसार संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाना और खांसते या छींकते समय मुंह पर कपड़ा रखना चाहिए. हाथों को 20 सेकेंड तक साबुन और पानी से धोना और मास्क पहनना भी सुरक्षा के उपाय हैं. इसके अलावा अगर कोई व्यक्ति संक्रमित है तो बर्तन शेयर करने से भी बचना चाहिए.
Published at : 09 Jan 2025 02:23 PM (IST)
और देखें
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
इंडिया
विश्व
बिहार
टेलीविजन
Advertisement
