एक्सप्लोरर

Indo US Maneuvers: ALASKA की बर्फीली चोटियों पर खत्म हुआ भारत-अमेरिका का युद्धाभ्यास, देखें तस्वीरें

भारत-अमेरिका का युद्धाभ्यास (फोटो कोलाज)

1/7
Indo-US maneuvers: एलएसी पर चीन के साथ जारी तनातनी के बीच भारतीय सेना ने अमेरिकी सेना के साथ अलास्का में 'युद्धभ्यास' किया. यह युद्धभ्यास 14 से लेकर 28 अक्टूबर तक चला. वैलिडेशन फेज़ में दोनों देशों के जवानों ने दुनिया के सबसे ऊंचाई और ठंडे आर्कटिक रीजन में इस मिलिट्री एक्सरसाइज को अंजाम दिया.
Indo-US maneuvers: एलएसी पर चीन के साथ जारी तनातनी के बीच भारतीय सेना ने अमेरिकी सेना के साथ अलास्का में 'युद्धभ्यास' किया. यह युद्धभ्यास 14 से लेकर 28 अक्टूबर तक चला. वैलिडेशन फेज़ में दोनों देशों के जवानों ने दुनिया के सबसे ऊंचाई और ठंडे आर्कटिक रीजन में इस मिलिट्री एक्सरसाइज को अंजाम दिया.
2/7
भारत और अमेरिका की सेनाओं की टुकड़ियों ने एक्सरसाइज के आखिरी चार दिन दो ऊंची चोटियों पर फाइनल ड्रिल की. इस दौरान बेहद ऊंचाई और बर्फ से ढके दो पहाड़ों पर दोनों देशों की सेनाओं ने हमला बोला. जानकारी के मुताबिक, इस दौरान दोनों देशों की चार मिलीजुली टुकड़ियां तैयार की गईं. चारों टुकड़ियों को प्रहार करने के लिए दो-दो दिन का वक्त दिया गया था.
भारत और अमेरिका की सेनाओं की टुकड़ियों ने एक्सरसाइज के आखिरी चार दिन दो ऊंची चोटियों पर फाइनल ड्रिल की. इस दौरान बेहद ऊंचाई और बर्फ से ढके दो पहाड़ों पर दोनों देशों की सेनाओं ने हमला बोला. जानकारी के मुताबिक, इस दौरान दोनों देशों की चार मिलीजुली टुकड़ियां तैयार की गईं. चारों टुकड़ियों को प्रहार करने के लिए दो-दो दिन का वक्त दिया गया था.
3/7
इस अभ्यास के लिए अमेरिकी सेना के चिनूक हेलीकॉप्टर्स और मिलिट्री-व्हीकल्स के जरिए चारों टुकड़ियों को वॉर-जोन में इंसर्ट किया गया. फिर भारत और अमेरिका के सैनिकों ने इन दोनों काल्पनिक सम्मिट, जेरोनिमो और साइट-सम्मिट पर हमला कर अपना अधिकार किया. चार टुकड़िय़ों में से दो के कमांडर अमेरिकी सेना के अधिकारी थे और बाकी दो के भारतीय सैन्य-अधिकारी.
इस अभ्यास के लिए अमेरिकी सेना के चिनूक हेलीकॉप्टर्स और मिलिट्री-व्हीकल्स के जरिए चारों टुकड़ियों को वॉर-जोन में इंसर्ट किया गया. फिर भारत और अमेरिका के सैनिकों ने इन दोनों काल्पनिक सम्मिट, जेरोनिमो और साइट-सम्मिट पर हमला कर अपना अधिकार किया. चार टुकड़िय़ों में से दो के कमांडर अमेरिकी सेना के अधिकारी थे और बाकी दो के भारतीय सैन्य-अधिकारी.
4/7
इस एक्सरसाइज का उद्देश्य पहले दस दिनों में ठंडे मौसम में युद्ध-कौशल को वेलिटेड करना था. साथ ही आर्कटिक क्षेत्र में सैनिकों की सर्वाइवल-प्रैक्टिक्स और मिलिट्री-ट्रेनिंग को अंजाम देना था ताकि दोनों देशों की सेनाएं छोटी-छोटी टुकड़ियों में अत्यधिक ठंड में युद्ध का अभ्यास कर सकें.
इस एक्सरसाइज का उद्देश्य पहले दस दिनों में ठंडे मौसम में युद्ध-कौशल को वेलिटेड करना था. साथ ही आर्कटिक क्षेत्र में सैनिकों की सर्वाइवल-प्रैक्टिक्स और मिलिट्री-ट्रेनिंग को अंजाम देना था ताकि दोनों देशों की सेनाएं छोटी-छोटी टुकड़ियों में अत्यधिक ठंड में युद्ध का अभ्यास कर सकें.
5/7
भारत और अमेरिका की इस ज्वाइंट मिलिट्री एक्सरसाइज का नाम युद्धाभ्यास ही है. पिछले 14 दिनों में फाइनल एसॉल्ट के साथ-साथ दोनों देशों की टुक़डियों ने काउंटर अनमैनड एरियल सिस्टम यानि काउंटर ड्रोन और काउंटर-आईईडी ड्रिल का भी अभ्यास किया.
भारत और अमेरिका की इस ज्वाइंट मिलिट्री एक्सरसाइज का नाम युद्धाभ्यास ही है. पिछले 14 दिनों में फाइनल एसॉल्ट के साथ-साथ दोनों देशों की टुक़डियों ने काउंटर अनमैनड एरियल सिस्टम यानि काउंटर ड्रोन और काउंटर-आईईडी ड्रिल का भी अभ्यास किया.
6/7
इसके अलावा ठंडे मौसम और बर्फ में दोनों देशों की सेनाओं ने योग और फिजीकल-एक्सरसाइज का भी अभ्यास किया. दोनों देशों के सैनिकों ने एक दूसरे की राइफल और दूसरे हथियारों पर भी हाथ अजमाए.
इसके अलावा ठंडे मौसम और बर्फ में दोनों देशों की सेनाओं ने योग और फिजीकल-एक्सरसाइज का भी अभ्यास किया. दोनों देशों के सैनिकों ने एक दूसरे की राइफल और दूसरे हथियारों पर भी हाथ अजमाए.
7/7
युद्धाभ्यास भारत और अमेरिका की सालाना होने वाली मिलिट्री एक्सरसाइज है जो एक साल भारत मे होती है और एक साल अमेरिका में. इस साल ये एक्सरसाइज अमेरिका के अलस्का में हुई है तो अगले साल भारत में होगी. इस साल इस एक्सरसाइज में भारतीय सेना की मद्रास रेजीमेंट ने हिस्सा लिया था. जबकि अमेरिकी सेना की तरफ से एयरबोर्न 1-40 स्कॉवड्रन ने भाग लिया था.
युद्धाभ्यास भारत और अमेरिका की सालाना होने वाली मिलिट्री एक्सरसाइज है जो एक साल भारत मे होती है और एक साल अमेरिका में. इस साल ये एक्सरसाइज अमेरिका के अलस्का में हुई है तो अगले साल भारत में होगी. इस साल इस एक्सरसाइज में भारतीय सेना की मद्रास रेजीमेंट ने हिस्सा लिया था. जबकि अमेरिकी सेना की तरफ से एयरबोर्न 1-40 स्कॉवड्रन ने भाग लिया था.

इंडिया फोटो गैलरी

इंडिया वेब स्टोरीज

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

'हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार के पीछे बांग्लादेशी सेना और आतंकवादी ताकतें', VHP ने उठाई ये मांग
'हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार के पीछे बांग्लादेशी सेना और आतंकवादी ताकतें', VHP ने उठाई ये मांग
इस सत्र में नहीं पास होगा वक्फ संशोधन बिल, अगले सत्र तक बढ़ेगा संसदीय समिति का कार्यकाल
इस सत्र में नहीं पास होगा वक्फ संशोधन बिल, अगले सत्र तक बढ़ेगा संसदीय समिति का कार्यकाल
संभल हिंसा पर बोले वकील- पूर्व नियोजित थी हिंसा, दूसरा सर्वे ‘एडवोकेट कमिश्नर’ के आदेश पर हुआ
संभल हिंसा पर बोले वकील- पूर्व नियोजित थी हिंसा, दूसरा सर्वे ‘एडवोकेट कमिश्नर’ के आदेश पर हुआ
राजकुमार की शादी में हुआ था अनोखा काम, पत्रलेखा ने एक्टर की मांग में भरा था सिंदूर, जानें वजह
शादी में पत्रलेखा ने भरा था राजकुमार राव की मांग में सिंदूर, ये है वजह
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

कम सीटें या अजित पवार, बीजेपी के सामने सरेंडर क्यों हो गए शिंदे?शिंदे का सरेंडर, फिर भी सीएम पर सस्पेंस, PM मोदी के मन में क्या है?Normal PAN, e-PAN, या PAN 2.0: कौन सा आपके लिए सही है? | Paisa LiveMera Balam Thanedar: OMG! बुलबुल बनी under-cover agent, चोरी हुए हार का कैसे पता लगाएगी बुलबुल?

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
'हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार के पीछे बांग्लादेशी सेना और आतंकवादी ताकतें', VHP ने उठाई ये मांग
'हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार के पीछे बांग्लादेशी सेना और आतंकवादी ताकतें', VHP ने उठाई ये मांग
इस सत्र में नहीं पास होगा वक्फ संशोधन बिल, अगले सत्र तक बढ़ेगा संसदीय समिति का कार्यकाल
इस सत्र में नहीं पास होगा वक्फ संशोधन बिल, अगले सत्र तक बढ़ेगा संसदीय समिति का कार्यकाल
संभल हिंसा पर बोले वकील- पूर्व नियोजित थी हिंसा, दूसरा सर्वे ‘एडवोकेट कमिश्नर’ के आदेश पर हुआ
संभल हिंसा पर बोले वकील- पूर्व नियोजित थी हिंसा, दूसरा सर्वे ‘एडवोकेट कमिश्नर’ के आदेश पर हुआ
राजकुमार की शादी में हुआ था अनोखा काम, पत्रलेखा ने एक्टर की मांग में भरा था सिंदूर, जानें वजह
शादी में पत्रलेखा ने भरा था राजकुमार राव की मांग में सिंदूर, ये है वजह
मुसीबत में फंसा इंडियन तो पाकिस्तानी छात्र ने की मदद! ईरान से वायरल हो रहा खूबसूरत वीडियो
मुसीबत में फंसा इंडियन तो पाकिस्तानी छात्र ने की मदद! ईरान से वायरल हो रहा खूबसूरत वीडियो
कैसे बनाएं अपना मंथली बजट, जानें स्मार्ट फाइनेंशियल प्लानिंग के टिप्स
कैसे बनाएं अपना मंथली बजट, जानें स्मार्ट फाइनेंशियल प्लानिंग के टिप्स
पीएम किसान योजना का फायदा लेने के लिए जरूर कर लें ये काम, नहीं तो अटक जाएगी आपकी अगली किस्त
पीएम किसान योजना का फायदा लेने के लिए जरूर कर लें ये काम, नहीं तो अटक जाएगी आपकी अगली किस्त
Exclusive: एक कैंप से दूसरे कैंप जाने वाला भारत नहीं, एक मजबूत भारत चाहिए, बोले- डेनमार्क के राजदूत
Exclusive: एक कैंप से दूसरे कैंप जाने वाला भारत नहीं, एक मजबूत भारत चाहिए, बोले- डेनमार्क के राजदूत
Embed widget