Janmashtami 2021 Celebration Pics: जन्माष्टमी पर मंदिरों में सजे कान्हा, मथुरा-वृंदावन से कश्मीर तक भक्तों की उमड़ी भीड़, तस्वीरों में देखें
Krishna Janmashtami 2021 Celebration Photos: उत्तर प्रदेश के मथुरा और वृंदावन के विभिन्न मंदिरों में यह त्योहार उत्साहपूर्वक मनाया गया. इन स्थानों पर कोविड प्रोटोकॉल की काफी हद तक अनदेखी की गई और अधिकांश भक्तों को मास्क नहीं पहने या सामाजिक दूरी का पालन नहीं करते हुए देखा गया. श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर तड़के ही भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी. वृंदावन में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ रही, जहां दिन के समय तीन मंदिरों में उत्सव मनाया जाता है.
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View In Appश्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा ने कहा, ‘‘जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में शहनाई पर मधुर धुन बजने पर भक्तों ने श्रीकृष्ण जन्मस्थान के प्रांगण में नृत्य किया.’’ मंदिर के जनसंपर्क अधिकारी राकेश तिवारी ने बताया कि द्वारकाधीश मंदिर में सैकड़ों श्रद्धालु भगवान कृष्ण के अभिषेक में शामिल हुए.
राधा रमन मंदिर में अभिषेक समारोह तीन घंटे से अधिक समय तक चला क्योंकि पुजारियों पद्मनाभ गोस्वामी, श्रीवत्स गोस्वामी, दिनेश चंद्र गोस्वामी और ओम गोस्वामी ने संयुक्त रूप से अनुष्ठान किया.
एक पुजारी ने कहा कि कुल 27 क्विंटल दही, दूध, शहद, खांडसारी, घी और जड़ी-बूटियों का लेप भगवान कृष्ण के अभिषेक के लिए इस्तेमाल किया गया था.
राधा दामोदर मंदिर में अभिषेक समारोह का मुख्य आकर्षण भगवान कृष्ण के जन्म को चिह्नित करने के लिए हल्दी और दही के मिश्रण से होली खेलना था. श्रीनगर में कश्मीरी पंडितों ने दो साल के अंतराल के बाद जन्माष्टमी का जुलूस निकाला.
अधिकारियों ने बताया कि कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच जुलूस शहर के हब्बा कदल इलाके के गणपतियार मंदिर से शुरू हुआ और ऐतिहासिक लाल चौक स्थित घंटाघर तक पहुंचा. पुरुषों, महिलाओं और बच्चों सहित भक्तों ने रथ के साथ नृत्य किया और लोगों के बीच मिठाई बांटी.
दिल्ली में कालकाजी मंदिर की साज-सज्जा और प्रकाश व्यवस्था महामारी के समय से पहले बहुत अलग नहीं है, किंतु मंदिर के मुख्य पुजारी सुरेंद्र नाथ ने कहा कि भक्तों की कमी त्योहार की भावना को पूरी तरह से बदल देती है. उन्होंने कहा, ‘‘सजावट और प्रकाश व्यवस्था कमोबेश एक जैसी है पर पहले हम भक्तों के लिए दिन भर भजन और कीर्तन करते थे. इस बार ऐसा नहीं होगा.’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम सरकार से मंदिरों को जनता के लिए खोलने की अनुमति देने का आग्रह करते हैं, विशेषकर जब शहर में बाकी सब कुछ फिर से खुल गया हो. ऐसे कितने त्योहार बीत चुके हैं...शिवरात्रि, अब जन्माष्टमी. हम बस यही उम्मीद करते हैं कि आने वाले नवरात्र इसी तरह से न मनाएं.’’
उन्होंने कहा कि मुख्य जन्माष्टमी के अनुष्ठान सोमवार को रात लगभग 11:30 बजे शुरू होंगे और मंगलवार की तड़के तक जारी रहेंगे.
बिड़ला मंदिर के मीडिया प्रभारी राम गोपाल शुक्ला ने कहा, ‘‘मंदिर में पूरे दिन पाठ, भजन, कीर्तन होगा जो हमारे फेसबुक पृष्ठ - श्री बिड़ला मंदिर पर इसका सीधा प्रसारण किया जाएगा. आधी रात के आसपास, महा अभिषेक होगा, इसके बाद महा आरती होगी.’’
कोविड-19 मामलों की संख्या में वृद्धि को रोकने के लिए, दिल्ली पुलिस ने लोगों से मंदिरों में नहीं जाने और घर पर जन्माष्टमी मनाने का रविवार को अनुरोध किया था.
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