JNU seminar: क्या हुआ ऐसा, JNU ने रद्द कर दिए फिलिस्तीन, लेबनान और ईरान के राजदूतों के कार्यक्रम रद्द
गुरुवार (24 अक्तूबर) को ईरानी राजदूत डॉ. इराज इलाही ने पश्चिम एशिया में हाल के घटनाक्रमों को ईरान कैसे देखता है विषय पर सुबह 11 बजे होने वाले संबोधित करने से कुछ घंटे पहले सेमिनार कॉर्डिनेटर सिमा बैद्य ने सुबह 8:09 बजे छात्रों को एक ईमेल भेजकर इस कार्यक्रस को रद्द कर दिया.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In Appइस ईमेल में बैद्य ने फिलिस्तीन में हिंसा पर 7 नवंबर को होने वाले सेमिनार को भी रद्द करने की घोषणा की है, जिसे फिलिस्तीनी राजदूत अदनान अबू अल-हैजा संबोधित करने वाले थे. साथ ही 14 नवंबर लेबनान की स्थिति पर होने वाले सेमिनार को भी रद्द कर दिया. इस सेमिनार को लेबनान के राजदूत डॉ. रबी नरश संबोधित करने वाले थे.
ईरान और लेबनानी दूतावासों के सूत्रों के अनुसार कार्यक्रम को रद्द करने का फैसला यूनिवर्सिटी की ओर से लिया गया है. हालांकि अभी तक उन्हें सेमिनार कैंसिल करने का कारण नहीं बताया गया है.
विश्वविद्यालय के सूत्रों ने इस कार्यक्रम को कैंसिल करने के पीछे स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज (एसआईएस) के सीनियर फैकल्टी मेंबर्स की ओर से उठाई गई चिंताओं को बताया. उनका मानना है कि ये सेमिनार यूनिवर्सिटी कैंपस में भड़कने वाले संभावित विरोधों के बारे में थे.
गुरुवार को सभी एसआईएस केंद्रों के अध्यक्षों को भेजे गए संदेश में, एसआईएस डीन अमिताभ मट्टू ने पहले के संदेश को दोहराते हुए कहा हम एक ऐसे माहौल में रह रहे हैं, जहां भावनाएं आसानी से भड़क सकती हैं. यह आपसे अनुरोध है कि आप किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम के लिए स्कूल में किसी भी राजनयिक को आमंत्रित करने से पहले डीन को इस बात की जानकारी दें.
साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि यूनिवर्सिटी कैंपस में आने वाले सभी आगंतुक खास कर राजदूत स्तर के मेंबर्स को उचित प्रोटोकॉल दिया जाए. इसके बाद डीन ने पश्चिम एशियाई अध्ययन केंद्र की अध्यक्ष समीना हमीद से पूछताछ की. इस पर हमीद ने कहा ईरानी राजदूत के साथ सेमिनार बुधवार को स्थगित कर दिया गया था,जबकि बाकी दो सेमिनार अभी आधिकारिक रूप से निर्धारित नहीं थे.
फिलिस्तीनी राजदूत की बातचीत और लेबनानी राजदूत की बातचीत के लिए सेमिनार केंद्र ने आधिकारिक रूप से अभी कुछ भी निर्धारित नहीं किया था. ईरानी राजदूत के साथ आज के सेमिनार के लिए, केंद्र ने सूचित किया था कि इसे स्थगित कर दिया जाएगा क्योंकि ये बहुत आखिरी समय में आयोजित किया गया था, और हम सभी राजदूतों को प्रदान करने वाले प्रोटोकॉल का पालन करने की स्थिति में नहीं थे. साथ ही ये भी कहा कि ये राजदूत लंबे समय से विश्वविद्यालय में आ रहे हैं आगे भी आएंगे और छात्रों के साथ बातचीत करेंगे.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -