Kuno National Park: मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में एक और चीते की मौत, अब तक 9 की जा चुकी है जान
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राज्य वन विभाग ने बुधवार (2 अगस्त ) को जारी एक बयान में यह जानकारी दी कि आज सुबह मादा चीतों में से एक धात्री (तिब्लिसी) मृत पाई गई.
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मौत के कारण का पता लगाने के लिए पोस्टमार्टम किया जा रहा है. बयान में कहा गया है, 14 चीते जिनमें से सात नर, छह मादा और एक मादा शावक को कूनो में बाड़े में रखा गया है.
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बयान के अनुसार एक मादा चीता बाड़े के बाहर है और टीम की गहन निगरानी में है. स्वास्थ्य परीक्षण के लिए उसे वापस बाड़े में लाने के प्रयास जारी हैं.
पिछले महीने दो चीतों की गर्दन पर रेडियो कॉलर के कारण लगे घावों में संक्रमण के कारण मौत हो गई थी.
चीता पुनरुत्पादन परियोजना में शामिल विशेषज्ञों ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया था कि भारी बारिश, अत्यधिक गर्मी और नमी के कारण समस्याएं हो सकती हैं, और चीतों की गर्दन के चारों ओर लगे कॉलर संभावित रूप से और समस्याएं पैदा कर रहे हैं.
इन चीतों की मौत के बाद, दो मादाओं को छोड़कर सभी चीतों को जांच के लिए उनके बाड़ों में वापस लाया गया. देश में इस जंगली प्रजाति के विलुप्त होने के 70 साल बाद भारत में चीतों को फिर से लाया गया.
बहुप्रतीक्षित प्रोजेक्ट चीता के तहत, कुल 20 चीतों को दो दलों में नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से केएनपी में लाया गया था. पहला दल पिछले साल सितंबर में और दूसरा दल इस वर्ष फरवरी में आया.
चीता परियोजना के तहत आठ नामीबियाई चीतों पांच मादा और तीन नर को पिछले साल 17 सितंबर को केएनपी के बाड़ों में छोड़ा गया था. फरवरी में दक्षिण अफ्रीका से 12 और चीते केएनपी लाए गए थे.
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