Manipur Violence: मणिपुर में दो महिलाओं से निर्ममता पर सड़क से लेकर संसद और सुप्रीम कोर्ट तक अक्रोश, पीएम मोदी क्या बोले?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार (20 जुलाई) को कहा कि इस घटना से 140 करोड़ देशवासियों को शर्मसार होना पड़ रहा है. उन्होंने संसद का मानसून सत्र शुरू होने से पहले कहा कि मैं इस लोकतंत्र के मंदिर के पास खड़ा हूं तब मेरा हृदय पीड़ा से भरा हुआ है, क्रोध से भरा हुआ है. मणिपुर की जो घटना सामने आई है वह किसी भी सभ्य समाज को शर्मसार करने वाली है. पाप करने वाले, गुनाह करने वाले कितने हैं, और कौन-कौन हैं, वह अपनी जगह पर है, लेकिन बेइज्जती पूरे देश की हो रही है। 140 करोड़ देशवासियों को शर्मसार होना पड़ रहा है.
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View In Appमुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा कि वह सभी आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे और मृत्युदंड दिलाने का प्रयास भी करेंगे. उन्होंने कहा कि बुधवार को घटना का 26 सैकंड का वीडियो सामने आने के तुरंत बाद पुलिस की कई टीम का गठन किया गया था और कथित मुख्य साजिशकर्ता बताए जा रहे व्यक्ति को थाउबल जिले से गिरफ्तार कर लिया गया. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘अत्यंत अपमानजनक और अमानवीय कृत्य की शिकार, जैसा कि व्यथित करने वाले वीडियो में दिखता है, दोनों महिलाओं के प्रति सहानुभूति व्यक्त करता हूं. ’’
इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट ने भी क्षोभ प्रकट किया. प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़, जस्टिस पी एस नरसिम्हा और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने इस वीडियो पर संज्ञान लेते हुए केंद्र और मणिपुर सरकार से फौरन कार्रवाई करने को कहा.
सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि अब वक्त आ गया है कि सरकार वाकई में आगे आए और कार्रवाई करे क्योंकि यह पूरी तरह अस्वीकार्य है. हम सरकार को कार्रवाई के लिए थोड़ा समय देंगे और अगर जमीनी स्तर पर कुछ नहीं होता है तो फिर हम कार्रवाई करेंगे. ’’
संसद के मानसून सत्र के पहले दिन लोकसभा और राज्यसभा में मणिपुर के मुद्दे पर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण कार्यवाही बाधित रही. विपक्ष ने मणिपुर में करीब दो महीने से जारी जातीय हिंसा पर संसद में प्रधानमंत्री मोदी के बयान देने और उसके बाद चर्चा कराने की मांग की. दोनों सदनों में विपक्षी सदस्यों ने हंगामा किया, जिसके कारण लोकसभा की कार्यवाही एक बार और राज्यसभा की कार्यवाही दो बार के स्थगन के बाद पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गयी.
विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की पार्टियों के नेताओं ने संसद की कार्यवाही प्रारंभ होने से पहले बैठक कर सरकार को घेरने की रणनीति पर चर्चा की और मणिपुर हिंसा के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया. मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (आईटीएलएफ) ने मामले के विरोध में प्रदर्शन किया.
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