बारिश से कहीं भूस्खलन, कहीं बाढ़ तो कहीं खिल गए लोगों के चेहरे, तस्वीरों में देखें देशभर का मानसून
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शुक्रवार (28 जुलाई) से इलाके में बादल छाये रहे. शाम को दिल्ली में बारिश हुई जोकि आज सुबह तक जारी रही. आईएमडी के मुताबिक दिल्ली और आस-पास के इलाकों में शनिवार को भी हल्की से मध्यम बारिश के रुक-रुक कर होने की संभावना है.
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View In Appमहाराष्ट्र की बात करें तो उसके कुछ जिलों में बीते 24 घंटों में भारी बारिश हुई. मुंबई के पांच तालुको में 200 मिलीमीटर (मिमी) से अधिक की बारिश दर्ज की गई. जिला प्राधिकारियों द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटों में सुबह 10 बजे तक जिले में 164.7 मिमी बारिश हुई.
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में भी बीते 24 घंटे में बारिश का प्रकोप देखने को मिला. जिससे वहां का दैनिक जीवन प्रभावित हो गया. ऑफिस जाने वाले लोगों को बारिश में आते-जाते देखा गया.
मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश में शनिवार तक भारी बारिश की चेतावनी दी है. यहां स्थित मौसम कार्यालय ने बताया कि भारी बारिश के कारण भूस्खलन तथा बाढ़ आने की आशंका है और नदियों तथा नालों में पानी का प्रवाह भी बढ़ सकता है. शिमला और किन्नौर जिले को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-पांच को शुक्रवार को खनेरी में भूस्खलन के कारण फिर से बंद कर दिया गया.
हिमाचल प्रदेश में 466 सड़कें अभी भी वाहनों के आवागमन के लिए बंद हैं जबकि 552 ट्रांसफार्मर और 204 जलापूर्ति योजनाएं प्रभावित हैं. हिमाचल के कई हिस्सों में हल्की से भारी बारिश हुई जिसमें भोरंज में 127 मिलीमीटर (मिमी), कटौला में 118 मिमी, धर्मशाला में 76 मिमी, रामपुर में 49 मिमी, मंडी में 63 मिमी, नैना देवी और सुंदरनगर में 42 मिमी और कांगड़ा में 36 मिमी बारिश हुई.
राज्य में 24 जून को मानसून आने के बाद से अभी तक बारिश से जुड़ी घटनाओं और सड़क दुर्घटनाओं में 183 लोगों की मौत हो चुकी है. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार 33 लोग लापता हैं.
तेलंगाना में भारी बारिश का के चलते नदी-नाले उफान पर हैं जिस वजह से राज्य के निचले क्षेत्र जलमग्न हो गये हैं जबकि कई इलाकों में सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं. आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि मंदिरों के शहर भद्राचलम में गोदावरी नदी का जल स्तर दोपहर एक बजे तक 49.48 फुट पर पहुंच जाने से बाढ़ की दूसरी चेतावनी जारी की गई, जबकि तीसरी और अंतिम चेतावनी जल स्तर के 53 फुट पर पहुंचने पर जारी की जाती है.
आंकड़ों में बताया गया कि उरण, अलीबाग, पनवेल और मुरुड में 200 मिमी से अधिक बारिश हुई जबकि इस अवधि में रोहा में सबसे कम 140.6 मिमी बारिश हुई.अधिकारी ने बताया कि जिले में प्रमुख नदियां कुंडलिका, अंबा और पातालगंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है जबकि 24 बांधों में क्षमता से अधिक पानी हो गया है. श्रीगांव बांध में उसकी क्षमता का 80 प्रतिशत पानी एकत्रित हो गया है जबकि पुनेड में 81 प्रतिशत, कार्ले में 68 प्रतिशत और रानिवली में 66 प्रतिशत पानी एकत्रित हो गया है.
राजस्थान में पिछले 24 घंटों में कहीं-कहीं भारी से अति भारी बारिश जबकि अन्य स्थानों पर गजर के साथ हल्की से मध्यम दर्जे की वर्षा हुई है. मौसम विभाग के अनुसार, इस दौरान जोधपुर, उदयपुर, जयपुर और अजमेर संभाग के जिलों में बीती रात भारी बारिश हुई. मूसलाधार बारिश के कारण कई शहरों और कस्बों में सड़कों पर घुटनों तक पानी भर गया है.
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