Omicron Case: सरकार ने कहा- दुनिया में कोरोना की चौथी लहर, हमें सतर्क रहने की जरूरत
सरकार ने शुक्रवार को कहा कि विश्व कोविड-19 के चौथे उभार का सामना कर रहा है और ऐसे में हमें अपनी सतर्कता, खासकर साल के अंत में होने वाले उत्सवों के दौरान, बनाए रखने की आवश्यकता है. साथ ही सरकार ने रेखांकित किया कि जरूरी नहीं है कि ओमीक्रोन से होने वाले संक्रमण से गंभीर रोग हो.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In Appभारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक बलराम भार्गव ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भारत में अभी तक मुख्य स्वरूप डेल्टा ही बना हुआ है. उन्होंने कोविड संबंधी उपयुक्त व्यवहार और जल्दी टीकाकरण पर भी जोर दिया.
बलराम भार्गव ने कहा कि कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप से गंभीर बीमारी नहीं होती और भारत में मिले सभी मामलों में से लगभग एक तिहाई हल्के लक्षण वाले थे और बाकी मरीजों में कोई लक्षण नहीं था. उन्होंने कहा, मैं इस बात पर जोर देना चाहता हूं कि ओमीक्रोन से संक्रमित व्यक्तियों के लिए उपचार समान रहता है.
यह डेल्टा, अल्फा या बीटा स्वरूप के इलाज से अलग नहीं होता है. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने आगाह करते हुए कहा कि विश्व कोविड-19 मामलों के चौथे उभार का सामना कर रहा है और संक्रमण की पुष्टि की समग्र दर 6.1 प्रतिशत है.
विभिन्न महाद्वीपों में कोविड की प्रवृत्ति के बारे में भूषण ने कहा कि यूरोप, उत्तरी अमेरिका और अफ्रीका में 26 नवंबर से सप्ताह-दर-सप्ताह संक्रमण में वृद्धि देखी जा रही थी लेकिन एशिया में अब भी मामलों में गिरावट देखी जा रही है. उन्होंने कहा कि भारत में, पिछले चार हफ्तों से दैनिक मामलों की संख्या 10,000 से नीचे रही है. हालांकि ये संख्या कम है, लेकिन हमें सतर्क रहना चाहिए.
भूषण ने कहा कि भले ही देश के कुल मामलों में गिरावट आ रही है लेकिन केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक और मिजोरम में अब भी अधिक संख्या में संक्रमण की सूचना है. केरल और मिजोरम में कोविड-19 की संक्रमण दर राष्ट्रीय औसत से कहीं अधिक है जो चिंता का कारण है. देश के 20 जिलों में कोविड-19 की साप्ताहिक संक्रमण दर 5 से 10 प्रतिशत के बीच है जबकि दो जिलों में यह दर 10 प्रतिशत से अधिक है.
सरकार ने कहा कि भारत में ओमीक्रोन स्वरूप के संक्रमण के अब तक 358 मामले आ चुके हैं. उनमें से 183 मामलों का विश्लेषण किया गया और पता लगा कि इनमें से 121 लोगों ने विदेश यात्रा की थी. ओमीक्रोन के विश्लेषण किए गए 183 मामलों में से 87 मरीजों ने टीके की पूरी खुराक ले रखी थी, तीन लोगों ने बूस्टर खुराक भी ली थी. विश्लेषण किए गए मामलों में 70 प्रतिशत मरीज में किसी तरह के लक्षण नहीं थे और 61 प्रतिशत मरीज पुरुष हैं.
सरकार ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के तथ्यों का हवाला देते हुए कहा कि डेल्टा की तुलना में ओमीक्रोन समुदायों के माध्यम से तेजी से फैल रहा है और इसके मामले 1.5 से तीन दिन में दोगुने हो रहे हैं.
सरकार ने लोगों को क्रिसमस और नए साल के उत्सव के दौरान विशेष रूप से एहतियात अपनाने को कहा है. उसने कहा कि भारत के लगभग 61 प्रतिशत वयस्कों को कोविड टीके की दोनों खुराक दी जा चुकी है जबकि 89 प्रतिशत को पहली खुराक दी गई है.
देश की कोविड को लेकर की गयी तैयारियों के बारे में, स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि 18,10,083 बेड, 4,94,314 ऑक्सीजन बेड, 1,39,300 आईसीयू बेड सहित अन्य प्रकार के बेड तैयार किए गए हैं.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -